सिक्किम में कुदरत का कहर, बारिश-भूस्खलन से 9 की मौत, 1,200 से अधिक पर्यटक फंसे
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आवश्यक हुआ तो पर्यटकों को सड़क मार्ग से निकाला जाएगा और विभाग वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए स्थानीय पर्यटन हितधारकों के साथ-साथ मंगन में जिला प्रशासन, पुलिस और पर्यटन अधिकारियों के साथ समन्वय कर काम कर रहा है.”
उन्होंने पर्यटकों को इस प्राकृतिक आपदा में हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया. राव ने कहा कि केवल लाचुंग ही राज्य के बाकी हिस्सों से कटा हुआ है और सिक्किम के अन्य सभी हिस्से खुले और यात्रा के लिए सुरक्षित हैं.
कई मकान जलमग्न हुए
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिले में भारी बारिश होने से भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गईं और कई मकान जलमग्न हो गए या क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बिजली के खंभे बह गए.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की बैठक ‘‘सामान्य स्थिति बहाल करने तथा हमारे निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिक्रिया की रणनीति बनाने और समन्वय करने को लेकर महत्वपूर्ण थी.”
अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण बृहस्पतिवार को मंगन जिले में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ और संगकालांग में पिछले साल अक्टूबर में निर्मित एक पुल ढह गया, जिससे उत्तरी सिक्किम में बड़ी संख्या में पर्यटक फंस गए. बांस का एक पुल भी टूट गया. (भाषा इनपुट के साथ)
Video : Madhya Pradesh: Betul में बदमाशों की दबंगई, कॉलेज में घुसकर प्रोफेसर की पिटाई