रायबरेली में जंगल ले जाकर युवक की पिटाई के मामले को सपा ने दिया जातिवादी एंगिल, कहानी कुछ और निकली…
पुलिस ने इस मामले में बताया कि आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही जाति के हैं.
रायबरेली:
उत्तर प्रदेश में हर बात पर राजनीति हो रही है. अपराधियों की भी जाति देखी जा रही है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है रायबरेली के ऊंचाहार का. दरअसल, ऊंचाहार के एक युवक से मारपीट के मामले के बाद समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. मामला ऊंचाहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत सवैया राजे गांव का है. यहां के रहने वाले अमन सिंह किसी काम से बाइक से जा रहे थे, तभी कार सवार एक दर्जन से अधिक दबंगों ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी और उसके बाद सभी कार सवार उनको अपने साथ कार में भरकर जंगल ले गए.
वीडियो वायरल हुआ
जंगल में दबंगों ने जमकर युवक की पिटाई की. जब पिटाई से भी दबंगों का मन नहीं भरा तो उन्होंने अपने जूते पर युवक का सिर रखवाया. इस घटना का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं मारपीट में घायल युवक अमन सिंह के पिता अजय सिंह ने छोटू सिंह, पिंकू सिंह, विपिन सिंह समेत एक दर्जन से अधिक लोगों को नामजद करते हुए थाने में तहरीर दी थी.
25 दिन बाद केस दर्ज
घटना के 25 दिन बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. वायरल वीडियो लगभग 25 दिन पुराना बताया जा रहा है. इस वायरल वीडियो के मामले में समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. समाजवादी पार्टी ने इस घटना को दलित एंगल देते हुए योगी सरकार को जातिवादी करार दिया और कहा कि इस सरकार में दलितों पर अत्याचार हो रहा है, जबकि पुलिस का यह कहना है कि दोनों पक्ष सजातीय है और दोनों ही पक्ष अपराधिक प्रवृत्ति के हैं. पैसे के लेनदेन का आपसी मामला है. घटना की जांच की जा रही है. मामला दर्ज कर लिया गया है. कार्रवाई की जाएगी.