यूपी पुलिस ने समझाई बाबा नारायण साकार हरि के ‘सत्संग’ की क्रोनोलॉजी, किया ये बड़ा दावा
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार
बिछुआ के आश्रम से बाबा साढ़े 10 बजे निकला और 80 किलोमीटर का सफर कर सत्संग स्थल पहुंचा। काफिले में कुल 17 गाड़ियां थीं।
12 बजे बाबा मंच पर पहुंचा। हर बार की तरह मंच से ‘संपूर्ण ब्रह्मांड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार हो’ का उद्घोष किया
सामने बैठी भीड़ ने हाथ उठाकर यही लाइन दोहराई
इसके बाद बाबा ने सत्संग शुरू किया
1 बजकर 20 मिनट पर सत्संग खत्म हो गया
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सत्संग के लिए बाबा जहां भी होते हैं वहां की ‘हम कमेटी’ से संपर्क करना होता है, जब बाबा का समय मिल जाता है तो जिस जगह सत्संग होना होता है वहां भी ‘हम कमेटी’ का गठन किया जाता है
‘हम कमेटी’ ही सत्संग का पूरा खर्च उठाती है
बाहर से चंदा लेने की मनाही होती है
उस कमेटी में 10 से ज्यादा लोग भी हो सकते हैं
अंतिम बार बाबा उस कमेटी से मिलते हैं
इसके बाद सत्संग होता है