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महिला डॉक्टर की हत्या: प्रदर्शकारियों ने गाड़ियों को निशाना बनाया, अस्पताल में भी तोड़फोड़ की




कोलकाता:

कोलकाता के एक अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में पूरे पश्चिम बंगाल में हजारों की संख्या में महिलाओं ने बुधवार आधी रात को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. कोलकाता के कई स्थानों सहित राज्य के छोटे शहरों और बड़े शहरों के प्रमुख इलाकों में विरोध प्रदर्शन रात 11:55 बजे शुरू हुआ. इस दौरान कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न शहरों में हजारों महिलाएं सड़कों पर उतरीं. प्रदर्शनकारी ‘‘हमें न्याय चाहिए” के नारे लगा रही थीं. हालांकि विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ जगहों पर हिंसा भी हुई.

आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के दृश्य जहां प्रदर्शनकारी डॉक्टरों और पुलिस के बीच झड़प हुई.प्रशिक्षु डॉक्टर से दुष्कर्म-हत्या के विरोध में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर में डॉक्टरों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था. यह स्पष्ट नहीं है कि आधी रात को हुई हिंसा के पीछे भीड़ में कौन लोग शामिल थे. फिलहाल पुलिस को तैनात कर दिया गया है.

आर.जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में विरोध प्रदर्शन ने उस समय नाटकीय मोड़ ले लिया जब बाहरी लोगों के एक समूह ने जबरन अस्पताल परिसर में प्रवेश किया.

अस्पताल में 9 अगस्त को स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक का शव मिला था. इस अस्पताल में कुछ अज्ञात युवकों ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की. उन्होंने कथित तौर पर फर्नीचर तोड़ दिये और मीडियाकर्मियों पर हमला किया.

हावड़ा जिले के मंदिरतला में प्रदर्शनकारियों ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा ‘आधी रात को आज़ादी’ समारोह के लिए बनाए गए मंच पर कब्ज़ा कर लिया. प्रदर्शनकारियों ने कार्यक्रम में बाधा डाली, मंच को अपनी मांगों के लिए मंच में बदल दिया और न्याय की मांग की.

प्रदर्शन में राजनीतिक दलों के झंडों पर प्रतिबंध था, लेकिन ‘एलजीबीटीक्यू प्लस’ जैसे हाशिए के समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले झंडों का स्वागत किया गया.

आंदोलन की शुरुआत करने वालीं रिमझिम सिन्हा ने इस आयोजन को महिलाओं के लिए एक नया स्वतंत्रता संग्राम बताया. छात्राएं, पेशेवर, विविध पृष्ठभूमि की महिलाएं एकसाथ मार्च में शामिल हुईं.

कोलकाता में न्यू टाउन के बिस्वा बांग्ला गेट पर करीब 8,000 लोगों ने मोमबत्तियां और मार्मिक पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया.

यादवपुर 8बी बस स्टैंड से कॉलेज स्क्वायर तक, नकटला नबापल्ली से न्यू टाउन बिस्वा बांग्ला गेट तक, बेहाला साखेर बाजार से श्यामबाजार फाइव प्वाइंट क्रॉसिंग तक, एकेडमी ऑफ फाइन आर्ट्स से नागेरबाजार तक भीड़ जमा हुई.

डायमंड हार्बर में हजारों महिलाओं ने मोबाइल टॉर्च को ऊंचा उठाकर टैगोर की ‘अगुनेर परशमोनी’ का समवेत स्वर में गायन किया. प्रदर्शनकारियों ने पीड़िता के लिए न्याय और महिलाओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने की मांग की.







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