भोग का थाल : इस बार जन्माष्टमी पर धनिए की पंजीरी नहीं लगाएं धनिए की बर्फी का भोग, झट से प्रसन्न हो जाएंगे बाल गोपाल
धनिया बर्फी बनाने की विधि (Dhaniya Barfi in Hindi)
Janmashtami 2024: bhog offered to Lord Krishna: जन्माष्टमी का त्योहार नजदीक आ गया है. यदि आप जानना चाहते हैं कि इस साल जन्माष्टमी कब है, तो इस साल यानी 2024 में श्रीकृष्ण के जन्मदिन का पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा. इस बार कान्हा का 5251 वां जन्मदिन है. वहीं, मथुरा में 27 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी. मान्यता के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण का जन्म (Krishn Birthday) भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था. जन्माष्टमी पर्व पर भक्तगण व्रत रखते हैं और रात को 12 बजे कान्हा के जन्म के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है. इस अवसर पर कई लोग निर्जल व्रत (Nirjal Vrat) रखते हैं और रात को कृष्ण जन्म के बाद ही जल ग्रहण करते हैं. इस दिन प्रसाद में श्री कृष्ण के पसंदीदा पकवान बनाए जाते हैं. विशेष रूप से धनिये की पंजीरी और बर्फी बनाई जाती है, जो भगवान कृष्ण को अत्यंत प्रिय होती हैं.
तो अगर आप भी अपने प्रिय श्री कृष्ण को उनके जन्मदिन पर अपने हाथों से बनी धनिए की बर्फी खिलाना चाहते हैं, तो नीचे दी गई रेसिपी को फटाफट नोट कर लें.
धनिये की बर्फी बनाने की विधि:
सामग्री:
- धनिया पाउडर – 1 कप
- कसा नारियल – 1 कप
- खरबूजे के बीज – 1/4 कप
- मेवे – 1/4 कप
- छोटी इलाइची – 4
- चीनी – 1 कप
- देशी घी – 2 टेबल स्पून
धनिया बर्फी बनाने की विधि हिंदी में (Dhaniya Barfi in Hindi)
- सबसे पहले भगवान कृष्ण को याद करें और मन को शांत करें, क्योंकि आप भोग और सेवा भाव के लिए यह बर्फी बना रहे हैं.
- एक पैन में 2 टेबल स्पून घी गरम करें. जब घी गर्म हो जाए, तो उसमें धनिया पाउडर डालकर अच्छी तरह भून लें. भुना धनिया निकालकर ठंडा होने के लिए रख दें.
- दूसरे पैन में कसा हुआ नारियल डालकर उसे लगातार चलाते रहें. भूना नारियल निकालकर एक प्याले में रख लें.
- खरबूजे के बीज और मेवे भी भून लें और अलग बर्तन में निकाल लें.
- अब चाशनी तैयार करें: एक पैन में चीनी और आधा कप पानी डालकर उबालें.
- चाशनी में भुना धनिया, नारियल, इलाइची पाउडर, खरबूजे के बीज और मेवे डालकर मिला लें. इसे हल्का सा पकाएं ताकि यह जमने लायक हो जाए.
- इस मिश्रण को आप बर्फियों के आकार में काट सकते हैं या पंजीरी की तरह भी रख सकते हैं.
- अब नंद के लाल भगवान श्री कृष्ण को उनका प्रिय भोग अर्पित करें और इस जन्माष्टमी का आनंद लें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)