भीषण गर्मी के बीच केरल से आई अच्छी खबर, अगले पांच दिनों में राज्य में मॉनसून की हो सकती है एंट्री
Monsoon in Kerala: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मॉनसून को लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया है. आईएमडी के मुताबिक, अगले 5 दिनों में केरल में मॉनसून की दस्तक हो सकती है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस दौरान केरल में मॉनसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है.
आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिला स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग केंद्र के मुताबिक, अगले 5 दिनों के दौरान केरल में मॉनसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है. वैज्ञानिकों का कहना है कि दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव के शेष हिस्सों और कोमोरिन क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है. लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल के कुछ हिस्से, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्से, बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्से इस दौरान मॉनसून के आने की संभावना है.
रेमल तूफान पड़ा कमजोर
आईएमडी का कहना है कि तटीय बांग्लादेश और निकटवर्ती तटीय पश्चिम बंगाल के ऊपर चक्रवाती तूफान “रेमल” पिछले 6 घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ गया और आज दोपहर तक इसके धीरे-धीरे कमजोर होकर डीप डिप्रेशन में बदलने की संभावना है.
The conditions are likely to become favorable for Monsoon onset over Kerala during next 5 days, says India Meteorological Department (IMD). pic.twitter.com/vTC5PYkv5e
— ANI (@ANI) May 27, 2024
पहले 31 मई या 1 जून को आने का था अनुमान
बता दें कि इससे पहले आईएमडी ने मॉनसून को लेकर भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि मॉनसून अंडमान निकोबार तक पहुंच चुका है. 31 मई या पहली जून को मॉनसून केरल में दाखिल हो सकता है. आईएमडी का अनुमान है कि यह जिस रफ्तार से बढ़ रहा है उस हिसाब से 18 से 20 जून के बीच गोरखपुर या वाराणसी के रास्ते यूपी में दाखिल होगा.
दिल्ली-एनसीआर में कब होगी मॉनसून की एंट्री?
मौसम विभाग ने बताया कि बिहार में मॉनसून 15 जून तक पहुंच सकता है. इसके अलावा मध्य प्रदेश में 15 से 20 जून, राजस्थान में 25 जून से 30 जून, महाराष्ट्र में 10 जून तक और छत्तीसगढ़ में 15 जून तक मॉनसून के पहुंचने का अनुमान है. आईएमडी की मानें तो दिल्ली और एनसीआर के शहरों में मॉनसून 30 जून तक दस्तक दे सकता है. इन राज्यों में भी इस बार मॉनसून के दौरान पिछले कुछ साल की तुलना में अधिक बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है.
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