पैरों में आलता लगाने से क्या होता है, जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व यहां
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आलता को दो आत्माओं का मिलन का भी प्रतीक माना जाता है. इसके अलावा पैरों में महावर लगाने से शरीर के साथ मानसिक सुरक्षा भी बनी रहती है.
यही कारण है हिंदू धर्म में आलता विभिन्न अनुष्ठानों और त्योहारों के मौके पर लगाना जरूरी और शुभ माना जाता है. इसका लाल रंग पवित्रता और दिव्य स्त्री ऊर्जा का प्रतीक भी माना जाता है.
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इसके अलावा महावर नवजात बच्चियों और कुंवारी कन्याओं के पैरों में भी लगाना शुभ माना जाता है. क्योंकि आलता मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. आपको बता दें कि विवाह के समय न सिर्फ महिला बल्कि पुरुष को भी आलता लगाया जाता है.
पैर में आलता लगाने के वैज्ञानिक महत्व – Scientific importance of applying alta on feet
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वैज्ञानिकों का मानना है कि प्राकृतिक तरीके से तैयार आलता लगाने से तनाव कम होता है, एड़ियों को ठंडक मिलती है और पैर की स्किन भी खराब होने से बच जाती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.