दो बच्चों का बाप निकला हिमानी का हत्यारा, पढ़ें आरोपी सचिन की कुंडली

सफेद रंग की शर्ट और काले रंग की पैंट पहने हुए रात करीब 10 बजे आरोपी काले रंग का ट्रॉली बैग लेकर कहीं जाते हुए दिखा. वीडियो में वह बेखौफ होकर हिमानी के शव को ले जा रहा था. सचिन ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने झगड़े के बाद हिमानी को मारा. उसके बाद हिमानी के शव को उसके ही शूटकेस में डाल दिया.

बता दें कि हिमानी मर्डर केस में आरोपी सचिन को पुलिस ने सोमवार को जिला कोर्ट में पेश किया. इस दौरान कोर्ट ने आरोपी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ करने के लिए कोर्ट से सात दिन के रिमांड की मांग की थी, लेकिन सिविल जज एवं न्यायिक दंडाधिकारी अमित श्योराण की कोर्ट ने आरोपी सचिन को सिर्फ तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया.
हत्या के दो दिन बाद गिरफ्तार हुआ आरोप
- रोहतक में पत्रकारों से बात करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) के के राव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी सचिन को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था.
- राव ने कहा कि यह एक हत्या थी, जिसके कुछ सुराग मिले हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब शव पाया गया तो हमने एसआईटी सहित आठ टीम गठित कीं. हमारी प्राथमिकता शव की पहचान करना था. जब परिवार ने उसकी पहचान की, तो पुलिस ने आरोपी का पता लगाने के लिए तेजी से जांच की.”
- पिछले डेढ़ साल से आरोपी सोशल मीडिया के जरिए महिला के संपर्क में था और उसके घर भी आता-जाता था.
- 27 फरवरी को आरोपी उसके घर पहुंचा और दोनों के बीच झगड़ा हुआ. अधिकारी ने कहा कि दोनों के बीच पैसे को लेकर झगड़ा हुआ था. लेकिन मामला क्या था, इसकी सबसे पहले पड़ताल की जाएगी.
- पुलिस के अनुसार, सचिन ने मोबाइल फोन के चार्जर से जुड़े तार से हिमानी का गला घोंट दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
- हिमानी का गला घोंटने के बाद सचिन ने उसके गहने, लैपटॉप, अंगूठी ली और स्कूटर पर सवार होकर झज्जर चला गया और वहां अपनी दुकान में ये सामान छिपा दिया.
- पुलिस के अनुसार उसी रात वह उसके घर लौटा, उसके शव को काले सूटकेस में भरकर बैग और खून से सनी रजाई के साथ ऑटोरिक्शा में बैठकर चला गया.
- जांच को बाधित करने के लिए वह सांपला बस अड्डे के पास उतर गया. ऑटो-रिक्शा के चले जाने के बाद उसने सूटकेस फेंक दिया और भाग गया.
- अधिकारी ने बताया कि ऑटोरिक्शा चालक को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि यात्री सूटकेस में शव लेकर जा रहा है.
- उन्होंने कहा, ‘‘दोनों के बीच शादी की कोई बात नहीं हुई थी क्योंकि आरोपी पहले से शादीशुदा है… लेकिन वे दोस्त थे.’
इस पूरे मामले पर हिमानी ने कहा, मेरी बेटी 18 तारीख को एक कार्यक्रम में जाने के लिए घर पर तैयार थी, लेकिन उसके बाद के घटनाक्रम से मैं हैरान हूं. मेरी बेटी मुझसे कुछ नहीं छुपाती थी. मुझे अपनी हर बात बताती थी. वो मुझे पैसों से संबंधित बात भी बताती थी. यहां तक कि पार्टी के दूसरे कार्यकर्ता भी मेरी बेटी को पैसे देने के लिए तैयार रहते थे. लेकिन, मेरी बेटी ने आज तक किसी से कोई मदद नहीं ली. मेरी बेटी अपनी पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए संघर्ष कर रही थी. उसने फीस भरने के लिए समय भी मांगा था और कहा था कि मैं नौकरी खोज रही हूं. मुझे नौकरी मिल जाएगी तो मैं फीस भर दूंगी.