चित्तौड़गढ़ में भाजपा से बागी निर्दलीय विधायक ने कहा, भाजपा और कांग्रेस का आपस में कॉम्बिनेशन, प्रत्याशियों के लिए भी दिया बयान
Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा चुनाव ने उदयपुर संभाग की सबसे हॉट सीट रही. चित्तौड़गढ़ में अब भी राजनीतिक गर्माहट खत्म नहीं हुई है. यहां हिले त्रिकोणीय मुकाबले में अब भी नेता एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं. बीजेपी से दो बार विधायक रहने के बाद इस बार बागी बनाकर जीते चंद्रभान सिंह आक्या ने बीजेपी कांग्रेस के लिए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दोनों को आपसी कॉम्बिनेशन वाली पार्टी बताया है. यहीं नहीं इसी सीट से जिन दो प्रत्याशियों को हराया उनको लेकर बयान भी दिया है. जानिए क्या कहा चंद्रभान सिंह आक्या ने.
चित्तौड़गढ़ से निर्दलीय विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कांग्रेस से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे सुरेंद्र सिंह जाड़ावत के लिए कहां कि इस बार का चुनाव कांग्रेस और बीजेपी ने मिलकर लड़ा है. इन दोनों का आपस में कॉन्बिनेशन था. कांग्रेस प्रत्याशी तीन बार चुनाव हार चुके हैं, इसलिए उनका दिमाग इस तरह का हो गया है कि वे छटपटा रहे हैं. वे सोच रहे हैं कि करूं तो क्या करूं.
‘तीसरी बार हार से मानसिक स्थिति सही नहीं है’
चंद्रभान सिंह ने कहा कि मैं तो जाड़ावत को सम्मान देता हूं लेकिन क्या करें, उन्हें जनता ने चुनाव हराया है, मैंने नहीं. तीसरी बार चुनाव हारने के बाद उनकी मानसिक स्थिति सही नहीं है, इसलिए ऐसी बातें करते हैं. दरअसल कुछ दिनों पहले कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने कहा था कि जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी तब भी विधायक की नहीं चली. अब जब बीजेपी की सरकार है तब भी विधायक की नहीं चलेगी. अब चित्तौड़गढ़ विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी की ही चलेगी. इस बात पर आक्या ने प्रतिक्रिया दी है.
‘साथ मिलकर काम करेंगे’
चित्तौड़गढ़ जिले से बीजेपी प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी थे, जिनकी यहां जमानत जब्त हुई. उनके लिए विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के लिए कहा कि कल कैबिनेट की बैठक हो रही है, इसके बाद चर्चा करेंगे. चित्तौड़गढ़ के विकास से जुड़ी हुई बातें करूंगा. राजवी साहब सम्माननीय हैं, यहां के पूर्व विधायक रह चुके हैं. उनके लिए ज्यादा कहना मैं उचित नहीं समझता. चित्तौड़गढ़ के मूलभूत सुविधाओं के बारे में और डेवलपमेंट के बारे में बातचीत करेंगे और साथ में काम करेंगे. मैंने वैसे भी बीजेपी को ही अपना समर्थन दिया है. मेरी विचारधारा शुरू से बीजेपी की ही रही है. केंद्र में मोदी सरकार फिर से बने, मैं उसी का प्रयास करूंगा.