चक्रवात ‘रेमल’ का असर कब तक? मौसम विभाग ने क्यों दी बिहार को 5 दिन सावधान रहने की सलाह
चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ अब तक कई लोगों की जान ले चुका है. पश्चिम बंगाल में रेमल के कारण अब तक छह लोग जान गंवा चुके हैं. तेलंगाना के कई इलाकों में रविवार रात आए तेज आंधी-तूफान व भारी बारिश की चपेट में आकर 13 लोगों की मौत हो गई. राज्य की राजधानी हैदराबाद समेत कई जिलों में तेज आंधी के साथ भारी बारिश ने कहर बरपाया. बांग्लादेश के तटीय इलाकों में रेमल के पहुंचने के बाद कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और लाखों लोगों को बिना बिजली के रहने के लिए मजबूर होना पड़ा. त्रिपुरा में सोमवार को चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ की वजह से मूसलाधार बारिश हुई और खराब मौसम की वजह से अगरतला हवाई अड्डे से संचालित 11 उड़ानों का रद्द कर दिया गया. वहीं रेमल के प्रभाव को देखते हुए असम के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी किया गया है.
बिहार को मौसम विभाग ने किया अलर्ट
रेमल को लेकर बिहार में भी अलर्ट जारी किया गया है. इसकी वजह से बंगाल और बिहार के बीच विमान सेवा भी प्रभावित हुई है. बताया जा रहा है कि बिहार में सोमवार से अगले पांच दिनों तक इस साइक्लोन का असर देखने को मिलेगा. इस बारे में भारत के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी से उठे इस चक्रवाती तूफान रेमल का समुद्री तटों वाले इलाकों में लैंडफॉल हो गया है, लेकिन पश्चिम बंगाल के बाद अब इसका असर बिहार में भी देखने को मिलेगा.
इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
आईएमडी पटना के वैज्ञानिक कुणाल कौशिक मेटे के मुताबिक सोमवार से खतरनाक चक्रवाती तूफान रेमल से बिहार के पूर्वी इलाके प्रभावित होंगे. हालांकि बिहार में इसका मिला-जुला असर देखने को मिलेगा, लेकिन पूर्वी भाग के जिलों में बादलों की गड़गड़ाहट और आंधी के साथ सामान्य से कुछ अधिक बारिश होने की संभावना है. इसी के मध्य नजर मौसम विभाग ने बिहार के सुपौल, अररिया, किशनगंज और कटिहार में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
कब तक रहेगा असर?
मौसम विभाग का मानना है कि सोमवार से इन जिलों में आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की संभावना है. इसके साथ ही अगले लगभग पांच से छह दिनों तक पूरे बिहार के मौसम पर इस तूफान का असर रहेगा. इस दौरान कई जिलों में मध्यम और कुछ जगहों पर सामान्य स्तर से ज्यादा बारिश होने के अलावा 130 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवा चलने की आशंका भी जताई गई है.
आईएमडी के अनुसार, एक तरफ जहां इस तूफान की वजह से उत्तर बिहार में तेज आंधी के साथ बारिश होगी, वहीं दूसरी तरफ दक्षिण बिहार में मौसम सुहाना बना रहेगा. हालांकि, मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक कमजोर पड़ चुके रेमल साइक्लोन से अब ज्यादा नुकसान होने की संभावना नहीं है, लेकिन बंगाल की खाड़ी से निकली नमी युक्त पूर्वा हवा का असर बिहार में भी जारी रहेगा. इधर, रेमल के असर को देखते हुए पटना से बंगाल और झारखंड की विमान सेवा प्रभावित हुई है. मौसम विभाग ने पूर्वी बिहार के लोगों को खास तौर पर सतर्कता बरतने की सलाह दी है.