कौन है हंगरी की रहने वाली बारबरा जबारिका? जिसने मेहुल चोकसी को हनी ट्रैप में फंसाया
Mehul Choksi Arrest: 13500 करोड़ का घोटाला कर भारत से भागे हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है. मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार ने उसके प्रत्यर्पण की मांग रखी है. बेल्जियम के फेडरल पब्लिक सर्विस ऑफ जस्टिस ने सोमवार को इसकी पुष्टि की. हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के 13500 करोड़ रुपए के घोटाले के मुख्य आरोपी है. कुछ दिनों पहले उसके बेल्जियम में होने की सूचना सामने आई थी. अब बेल्जियम में इसकी गिरफ्तारी की खबर सामने आई है.
इलाज के लिए स्विट्जरलैंड जाने की तैयारी के बीच पकड़ा गया मेहुल चोकसी
मिली जानकारी के अनुसार गीतांजली ग्रुप के मालिक मेहुल चोकसी को बेल्जियम में 12 अप्रैल को तब गिरफ्तार किया गया, जब को इलाज के नाम पर स्विट्जरलैंड जाने की तैयारी कर रहा था. बताया गया कि मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर हुई, जो लंबे समय से चोकसी की तलाश में थी.

भारत से भागने के बाद मेहुल चोकसी कहां गया, कब-कैसे पकड़ा गया
मेहुल चोकसी 2018 में भारत से भाग गया. फिर वह एंटीगुआ और बारबुडा में दिखाई दिया, जहां उसने निवेश के जरिए नागरिकता हासिल की थी. इसके बाद वह कई सालों तक रडार से दूर रहा, लेकिन मई 2021 में उसे डोमिनिकन गणराज्य में अवैध प्रवेश के लिए पकड़ा गया. हालांकि कुछ दिनों तक जेल में रहने के बाद उसे छोड़ दिया गया.
2021 में सामने आई थी मेहुल चोकसी के हनी ट्रैप की कहानी
तब मेहुल चोकसी ने खुद को ‘हनी-ट्रैप और अपहरण की साजिश में फंसे होने’ की कहानी बताई थी. इसी दौरान बारबरा जबारिका का नाम मामला सामने आया था. उस समय मेहुल चोकसी ने हंगरी की एक महिला बारबरा जबारिका को हनी-ट्रैप में फंसाने की कहानी सुनाई थी.
कौन है बारबरा जबारिका, क्या है मेहुल चोकसी से लिंक
बारबरा जबारिका के लिंक्डइन प्रोफ़ाइल में उसे बुल्गारिया की एक “प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट एजेंट” के रूप में बताया गया है. लिंक्डइन प्रोफ़ाइल में बारबरा जबारिका ने खुद को एक अनुभवी सेल्स नेगोशिएटर बताया है. जिसका डायरेक्ट सेल्स और रियल एस्टेट इंडस्ट्री में काम करने का अनुभव है.

मेहुल की पत्नी ने खुद बताया- बारबरा हनी ट्रैप में शामिल थी
डोमिनिका में मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी के दौरान यह बात सामने आई कि मेहुल चोकसी बारबरा जबारिका के प्यार में पड़ गया था. चोकसी की पत्नी प्रीति ने आरोप लगाया कि उनकी मुलाकात हंगेरियन नागरिक बारबरा जबरिका से 2020 में हुई थी और उन्होंने आरोप लगाया कि वह हनीट्रैप योजना का हिस्सा थी.
बारबरा ने मेहुल के दावों को किया था खारिज
चोकसी ने दावा किया कि बारबरा ने झूठे बहाने से उससे दोस्ती की और कथित अपहरण से ठीक पहले उसे रात के खाने पर आमंत्रित किया – और वहां पहुंचते ही उसे जबरन अपने साथ ले जाया गया. हालांकि, बारबरा ने प्रीति चोकसी के दावों को खारिज किया और कहा कि ये आरोप और रिपोर्ट कि वह चोकसी की “गर्लफ्रेंड” थीं, झूठ हैं.
राज बनकर बारबरा के पास पहुंचा था मेहुल चोकसी
बारबरा ने दावा किया कि उसके पास अपनी आय और व्यवसाय है और उसे उसकी नकदी, सहायता, होटल बुकिंग, नकली आभूषण या किसी भी चीज़ की ज़रूरत नहीं है. उसने आगे दावा किया कि मेहुल चोकसी ने अपनी पहचान को गलत बताया और उससे दोस्ती करने के लिए खुद को ‘राज’ के रूप में पेश किया.

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में बारबरा के हवाले से कहा गया है, “राज (मेहुल चोकसी) ही वह व्यक्ति था जिसने मुझसे संपर्क किया, मेरा नंबर मांगा और मुझसे ‘दोस्ती’ की, जो उसकी पत्नी के बयान के बिल्कुल विपरीत था.”
अब मेहुल की गिरफ्तारी के बाद प्रत्यर्पण की कोशिश तेज
अब जब 4 साल बाद मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है तो बारबरा जकारिका की कहानी फिर से सामने आ गई है. अब देखना है कि भारतीय एजेंसी बेल्जियम को मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण करवा कर कब तक भारत ला पाती है. उसके भारत आने के बाद 13500 करोड़ रुपए के घोटाला मामले की जांच आगे बढ़ सकेगी.
मेहुल चोकसी के भारत से भागने से अब तक की कहानी, प्वाइंट्स में
- मेहुल चोकसी की कंपनी का नाम गीतांजलि जेम्स लिमिटेड है.
- मेहुल चोकसी पर पीएनबी बैंक के 13500 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है.
- मेहुल चौकसी 2018 में भारत से भाग गया था.
- इससे पहले साल 2017 में इसने एंटीगुआ की नागरिकता ली थी.
- 2021 में डोमिनिका में भी मेहुल चोकसी को पकड़ा गया था. तभी हनी ट्रैप की कहानी सामने आई थी.
- तब 51 दिन जेल में रहने के बाद इसे ब्रिटिश क्वीन की प्रिवीकौंसिल से राहत मिल गई थी
- अब 12 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार हुआ मेहुल चौकसी, ये गिरफ्तारी बेल्जियम पुलिस ने की.
- मेहुल चोकसी ने बेल्जियम में भारत और एंटीगुआ की नागरिकता की बात छिपाई थी
- स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश कर रहा था, बेल्जियम में ब्लड कैंसर का इलाज करवाने के बहाने पहुंचा
- भगोड़े मेहुल चोकसी को ED और CBI लगातार ट्रैक कर रहे थे
- जानकारी मिलते ही बेल्जियम की जांच एजेंसियों को अलर्ट किया गया
- चौकसी से जुड़े तमाम दस्तावेज और ओपन अरेस्ट के कागजात भी बेल्जियम एजेंसियों से शेयर किए गए
- इसके बाद बेल्जियम की सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी को पकड़ा.
यह भी पढ़ें – भारत से लूटे पैसे को भी वापस लाया जाए…: भगोड़े चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी पर PNB स्कैम के व्हिसलब्लोअर