Zee Entertainment Shares Hit 15 Percent Lower Circuit After Sony Calls Off 10 Billion Dollar Merger Deal – Zee के शेयरों में 28% की गिरावट, Sony द्वारा मर्जर डील कैंसिल करने के बाद घबराए निवेशक
नई दिल्ली:
ZEE-Sony Merger Deal: बीते दिन सोनी ग्रुप कॉरपोरेशन ने जी एंटरटेनमेंट के साथ 10 अरब अमेरिकी डॉलर के मर्जर डील को कैंसिल करने का फैसला किया. इस फैसले का असर जी के शेयरों पर पड़ा है. इस फैसले के बाद कई ब्रोकरेज ने जी के शेयरों के लिए रेटिंग डाउनग्रेड कर दी. जिसकी वजह से निवेशकों के सेंटिमेंट में बदलाव आया है आज बाजार खुलते ही वह बिकवाली के मूड में नजर आए हैं. आज के शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है.
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मार्च 2020 के बाद एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट
दोपहर 1 बजे के करीब कंपनी के शेयर 65.60 रुपये (28.35%) की गिरावट के साथ 165.80 रुपये पर पहुंच गए. इतना ही नहीं कंपनी के शेयर ने बीएसई और एनएसई दोनों पर अपने ऑल टाइम लो लेवल को छू लिया.बता दें कि यह मार्च 2020 के बाद किसी एक दिन में जी एंटरटेनमेंट के शेयरों में आई सबसे बड़ी गिरावट है.
कंपनी के शेयरों में लगा 15% का लोअर-सर्किट
जी एंटरटेनमेंट के शेयरों में आज सुबह 15 % का लोअर-सर्किट लगा है. इससे पहले इसमें आज 10% का लोअर सर्किट लगा था. सुबह 11 बजकर 17 मिनट के करीब कंपनी का शेयर 34.70 रुपये यानी 15.00% गिरकर 196.70 रुपये के लेवल पर था.
बता दें कि मर्जर डील को कैंसिल करने को लेकर सोनी ग्रुप ने ज़ी एंटरटेनमेंट को एक टर्मिनेशन लेटर भेजा. सोनी ने डील की शर्तों को पूरा नहीं करने के चलते मर्जर कैंसिल करने के चार्ज के रूप में नौ करोड़ अमेरिकी डॉलर की मांग की.
मर्जर से 10 अरब डॉलर की मीडिया कंपनी बनने की उम्मीद खत्म
पिछले साल अगस्त में राष्ट्रीय कम्पनी विधि अपील अधिकरण (एनसीएलटी) ने जी-सोनी मर्जर के लिए मंजूरी दी थी. 22 दिसंबर, 2021 को दोनों कंपनियों ने इस डील की घोषणा की थी. इसके तहत जी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर्स (अब कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट) के मर्जर से 10 अरब डॉलर की मीडिया कंपनी बनने वाली थी. इस डील समझौते के तहत 21 दिसंबर 2023 से पहले मर्जर पूरा किया जाना था. लेकिन बाद में यह डेडलाइन एक महीने और बढ़ा दी गई थी.
इस वजह से जी-सोनी मर्जर डील हुआ कैंसिल
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड और सोनी ग्रुप कॉरपोरेशन के मर्जर के बाद नई यूनिट के नेतृत्व को लेकर तकरार के चलते 21 जनवरी, 2024 की डेडलाइन तक भी डील पर सहमति नहीं बन पाई, दरअसल, सोनी ने मर्जर के बाद भी जी के सीईओ पुनित गोयनका द्वारा चीफ बने रहने की मांग का विरोध किया था. सेबी पुनित गोयनका के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों की जांच कर रहा है.