YSRCP Chief Jagan Mohan Reddy Mother Vijayamma Tells About Property Conflict With Sharmila Reddy
Reddy Family Property Dispute: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी नेता वाईएस जगन मोहन रेड्डी की मां वाईएस विजयम्मा ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को उनकी बहन और राज्य कांग्रेस इकाई की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला के साथ चल रहे संपत्ति विवाद के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि एक बच्चे के साथ दूसरे की ओर से गलत व्यवहार होते देखना उनके लिए “बहुत दर्दनाक” है, क्योंकि शर्मिला ने हमेशा अपने भाई का समर्थन किया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक ओपन लेटर में पूर्व विधायक ने कहा, “जब राजशेखर रेड्डी जीवित थे तो उन्होंने संपत्ति का बंटवारा नहीं किया था. हम सभी एक साथ रहे और कोई भी वितरण होने से पहले, वह हमें एक दुर्घटना में छोड़ गए. यह तथ्य ऑडिटर के रूप में विजय साई रेड्डी को स्पष्ट रूप से पता था. फिर भी, उन्होंने जानबूझकर झूठ बोला.”
‘समान रूप से हुआ संपत्ति का बंटवारा’
उन्होंने आगे कहा, “राजशेखर रेड्डी के हमें छोड़ने के बाद हम 2009 से 2019 तक 10 साल तक एक परिवार के रूप में एक साथ रहे. जगन ने अपना हिस्सा लाभांश के रूप में लिया और अपनी बहन को 200 करोड़ रुपये दिए. एमओयू के मुताबिक, जगन के पास 60 फीसदी और शर्मिला के पास 40 फीसदी हिस्सा था, लेकिन एमओयू से पहले उन्होंने समान रूप से साझा किया, क्योंकि उनका समान अधिकार था. मैं तब और अब इसकी गवाह हूं.”
‘शर्मिला को दिए 200 करोड़ रुपये’
उन्होंने कहा कि 2019 में, मुख्यमंत्री बनने के दो महीने बाद ही जगन ने संपत्ति के बंटवारे का प्रस्ताव रखा. विजयम्मा ने कहा, “बाद में विजयवाड़ा में मेरी मौजूदगी में यह तय हुआ कि कौन सी संपत्ति जगन को मिलेगी और कौन सी शर्मिला को. 2019 का एमओयू जगन ने खुद ही तैयार किया था और लिखा था. चूंकि शर्मिला को संपत्ति पर अधिकार था, इसलिए उन्हें लाभांश के रूप में 200 करोड़ दिए गए. एमओयू आधिकारिक तौर पर जगन की ओर से उपहार के रूप में नहीं बल्कि उनकी जिम्मेदारी के रूप में किया गया था. उन्होंने उन्हें सरस्वती के शेयर और कुछ गैर-संलग्न संपत्तियों सहित कुछ संपत्तियां देने का भी वादा किया था, जो मामलों के समाधान के बाद उनकी होंगी.”
‘दोनों बच्चों के बीच लड़ाई देखना मुश्किल’
वाईएसआरसीपी नेता ने कहा कि शर्मिला व्यवसाय में नहीं लगी थीं, फिर भी उन्होंने जगन को राजनीति में समर्थन दिया और उनकी सफलता के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया.
उन्होंने कहा, “जगन को सत्ता में लाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. हर माता-पिता के लिए सभी बच्चे समान होते हैं. एक बच्चे को दूसरे के साथ गलत होते देखना मुश्किल है. एक मां के रूप में, मुझे लगता है कि मुझे अन्याय का सामना कर रहे बच्चे के लिए बोलना चाहिए. सभी झूठों के बीच, मैं सच बताने के लिए बाध्य हूं. ये तथ्य हैं. फिर भी, वे अभी भी भाई-बहन हैं. यह उनका मुद्दा है, और वे इसे खुद हल करेंगे.”
वाईएसआरसीपी नेता ने यह भी कहा कि लोग इस परिवार के बारे में जिस तरह से चाहें बात कर सकते हैं. वाईएस विजयम्मा ने कहा, “झूठ का सिलसिला जारी है. कुछ लोग जानबूझकर बोल रहे हैं, कुछ अनजाने में, लेकिन अफ़वाहें दूर-दूर तक फैल रही हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. यह न केवल मेरे बच्चों के साथ अन्याय है, बल्कि राज्य के लिए भी अच्छा नहीं है. मुझे उम्मीद थी कि मैं इस मामले पर आपके सामने नहीं आऊंगी, लेकिन परिस्थितियों ने ऐसा करना जरूरी बना दिया है.”
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