Yogi Adityanath CM Review Meeting Regarding Kanwar Yatra Pushp Varsha In UP ANN
Yogi Adityanath Meeting On Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर बुधवार (17 जुलाई) को समीक्षा बैठक की. कांवड़ यात्रा की शुरुआत के पहले सीएम योगी की ये बैठक काफी अहम रही. 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है. सीएम ने इसकी तैयारियों की समीक्षा के साथ ही अधिकारियों को जरुरी दिशा-निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी, सिंचाई और नगर विकास विभाग को निर्देश देते हुए कहा है कि कावंड़ यात्रा से संबंधित हर जिले की हर सड़क की मरम्मत का बचा हुआ काम अगले 72 घंटे में पूरा कर लिया जाए.
उत्तर प्रदेश सरकार आस्था, परंपरा और विरासत के सम्मान और संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है।
उसी क्रम में अटूट श्रद्धा और समर्पण की प्रतीक, पावन कांवड़-यात्रा के सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक संचालन के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा कर उनका…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 17, 2024
साफ-सफाई को लेकर सीएम योगी के सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा, ”पूरे कांवड़ यात्रा रूट की साफ-सफाई कराई जाए. यह काम पूरे महीने जारी रहे. कहीं भी गंदगी या जलभराव की समस्या नहीं होनी चाहिए. पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग पर अच्छी प्रकाश व्यवस्था होनी चाहिए. इसके लिए अतिरिक्त स्ट्रीट लाइट लगवाई जाएं, ट्रांसफार्मर की व्यवस्था भी रहे.”
कांवड़ शिविर लगाने वालों का होगा सत्यापन
यूपी सीएम ने आगे कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए यह उचित होगा कि यात्रा मार्ग पर आम लोगों के सहायता के शिविर लगाए जाएं, जहां ठंडा पानी, शिकंजी आदि भी बांटी जाए. सीएम ने कहा कि शिविर लगाने में सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाए पर जो भी लोग शिविर लगाएं उनका सत्यापन जरूर करा लिया जाए.
कांवड़ यात्रा रुट पर ड्रोन से निगरानी और पुष्पवर्षा
इसके साथ ही सीएम ने यात्रा के मार्ग की ड्रोन से निगरानी कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि प्रमुख अवसरों पर पुष्पवर्षा भी कराई जाए. इसके साथ ही कांवड़ियों द्वारा तय मानकों के साथ डीजे बजाया जाना चाहिए, लेकिन डीजे की ऊंचाई एक तय सीमा से अधिक न हो.
उन्होंने आगे कहा, ”गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अयोध्या, बस्ती, प्रयागराज, काशी, बाराबंकी आदि के नगरीय क्षेत्रों में आस्था के केंद्र शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. स्थानीय प्रशासन द्वारा मंदिर प्रबंधन से संपर्क-संवाद कर शिवालयों में भीड़ प्रबंधन कर लिया जाए”.
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