Yoga For Toning Breast, 2 Best Yogasana For Women – ब्रेस्ट ढीली है तो आप रोज करें यह 2 योगा, कुछ ही दिनों में हो जाएंगे टाइट और साइज भी होगा कम
खास बातें
- समय के साथ लटक रही हैं आपकी ब्रेस्ट.
- ऐसे करें अपने ब्रेस्ट को टोन.
- ये दो योगासन हैं सबसे ज्यादा कारगर.
Yoga for Breast Toning after 35: समय और बढ़ती उम्र के साथ सभी के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं. ज्यादातर बदलाव बुरे होते हैं जिससे आप खुश नहीं होते हैं. महिलाओं को उम्र के साथ खराब ब्रेस्ट टोनिंग (Breast Toning) की परेशानी आती हैं. वैसे तो इसे ऑपरेशन से भी ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर आप समय रहते कुछ खास तरह के योगासनों (Yogasanas) को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेंगी तो आपको इस परेशानी से राहत मिल सकती है. अगर बात करें इसके पीछे के कारणों की तो वेट लॉस, शरीर में एस्ट्रोजन की कमी, प्रेग्नेंसी, स्मोकिंग जैसी चीजों से आपके ब्रेस्ट की टोनिंग बिगड़ जाती हैं. आइए जानते हैं कुछ खास योग.
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ब्रेस्ट टोनिंग के लिए दो बेस्ट योगासन (2 Best Yogasana for Breast Toning)
सीटेड कैट काउ पोज
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सीटेड कैट काउ पोज (Seated Cat Cow Pose) बहुत ही आसान योगासन माना जाता है. इसे आप किसी भी समय घर पर आसानी से कर सकते हैं. इन दोनों आसनों को फर्श पर बैठकर हथेलियों और घुटनों के सहारे किया जाता है. इससे मसल्स में बहुत अच्छे से स्ट्रेच और ब्रेस्ट में कसाव आता है. इसे करने का सही तरीका जानें.
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कैट काउ पोज के लिए सबसे पहले सुखासन मुद्रा में अपने पैरों को क्रॉस करके बैठें.
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शरीर को उपर की ओर उठाते हुए अपनी रीढ़ की हड्डी को अच्छी तरह स्ट्रेच करें.
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अब अपने हाथों को घुटनों पर रखकर सिर को झुकाएं.
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पेट को अंदर और बाहर की ओर स्ट्रेच करें. अपनी चिन को चेस्ट से लगाएं और घुटनों पर हाथ से प्रेशर बनाते हुए कंधों और चेस्ट को अंदर की ओर स्ट्रेच करें.
अर्ध उष्ट्रासन
इस आसन को हाफ कैमेल पोज (Half Camel Pose) भी कहा जाता है. इसमें आपका पूरा शरीर पिछे की ओर स्ट्रेच होता है. पीछे झुकने से आपके ब्रेस्ट वाले एरिया में खिचांव आता है. नियमित रूप से अर्ध उष्ट्रासन करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, पेट का लचीलापन बढ़ता है और पाचन भी सही होता है. आइए जानते हैं इसे करने का सही तरीका.
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सबसे पहले वज्रासन मुद्रा में अपने घुटनों के बल बैठें.
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अब धिरे से अपने घुटनों के बल खड़ी हो जाएं.
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अपने पैरों को शरीर के पीछे सीधा रखते हुए अपनी बाजुओं को कंधे तक उठाएं.
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अब दाहिनी ओर थोड़ा मुड़ें और बाएं हाथ से अपनी दाईं एड़ी को पकड़ने का प्रयास करें.
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फिर धिरे से सामान्य मुद्रा में वापस आ जाएं. इस पूरे प्रोसेस को 3 से 5 बार दोहराएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.