World Oral Health Day: Toothache And Headaches | Can Tooth Pain Cause Headaches, How To Get Rid Of A Toothache |
दांत दर्द के कारण सिरदर्द होना आम है. दांत दर्द के कई कारण होते हैं. इसमें दांतों में कैविटीज़, विजडम टूथ का निकलना या दांतों में टूट फूट जिम्मेदार हो सकती है. इनका समय पर इलाज नहीं किया जाए तो दांत दर्द के कारण सिरदर्द और आंखों में दर्द शुरू हो सकता है. इस तरह के सिरदर्द या माइग्रेन में मतली, उल्टी और लाइट और आवाज से परेशानी शामिल होती है.
दांत दर्द, सिर दर्द का संबंध ट्राईजेमिनल नर्व है. इस नर्व के कारण ही हम होठों, मसूड़ों और दांतों सहित अपनी आंख और चेहरे की मूवमेंट को फील करते हैं. दांत का दर्द इस ट्राईजेमिनल नर्व को प्रभावित करता है जिससे माइग्रेन शुरू हो सकता है.
दांत दर्द के सिर दर्द तक पहुंचने का कारण (What is referred tooth pain to your head)
दांतों की सड़न या मसूड़ों की बीमारी जैसी अन्य समस्याएं भी सिर में दर्द का कारण बन सकती हैं. ट्राईजेमिनल नर्व चेहरे और दांतों को ब्रेन से जोड़ती है. दांतों में दर्द से नर्व पर असर पड़ता है. इससे दर्द सिर तक पहुंच जाता है.
माइग्रेन के कारण भी हो सकता है दांत दर्द (Can migraine cause toothache too)
अधिकतर लोग दांत दर्द के कारण सिरदर्द का अनुभव करते हैं, लेकिन कई बार माइग्रेन के कारण भी दांत दर्द हो सकता है. इसे न्यूरोवस्कुलर ऑरोफेशियल पेन कहा जाता है.
दांतों में दर्द से नर्व पर असर पड़ता है. इससे दर्द सिर तक पहुंच जाता है.
दांत दर्द को कम करने के उपाय (How to Get Rid of a Toothache at Night)
अगर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना संभव नहीं हो तो दांत दर्द कम करने के लिए कुछ उपाय अपनाएं जा सकते हैं
नमक पानी से कुल्ला : गर्म पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर कुल्ला करें खासतौर पर जिस दांत में दर्द को उसके आसपास गर्म पानी को रहने दें. इससे राहत मिल सकती है.
ठंडी सिकाई : गाल या जबड़ा सूज जाने पर दर्द को कम करने के लिए बर्फ से सिंकाई करनी चाहिए.
लौंग का तेल : लौंग के तेल की कुछ बूंदें दर्द वाले दांत पर रगड़ें या रुई को तेल में भिंगोकर दांत और मसूड़ों पर लगाएं.
पेपरमिंट टी : दर्द से राहत पाने के लिए पेपरमिंट टी बैग को फ्रिज में ठंडा करें और उसे दर्द वाले दांत और मसूड़ों पर लगाएं.
दांत दर्द से बचने के टिप्स (Tips to Prevent Toothache)
नियमित रूप से ब्रश करें : दांतों को दिन में कम से कम दो बार किसी अच्छे फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करना चाहिए. सफाई के लिए अपने दांतों की आगे, ऊपर और पीछे की सतहों पर ब्रश करें.
बार-बार कुल्ला करें : हर बार खाने के बाद अच्छे से कुल्ला करना चाहिए. इससे दांतों में कुछ फंसे रहने की संभावना कम हो जाती है. इसके लिए फ्लोराइड बेस्ड माउथवॉश का यूज किया जा सकता है.
फ्लॉस करें : फ्लॉसिंग से दांतों के बीच फंसे खाने के कण निकल जाते हैं. यह दांतों में कैविटी का सबसे प्रमुख कारण होते हैं.
नियमित जांच : साल में दो बार डेंटिस्ट से जांच कराना चाहिए. इसके अलावा बहुत ज्यादा मीठा खाने से बचना जरूरी है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)