why no alliance between BJP and Shiromani Akali Dal in Punjab for Lok Sabha elections 2024 Congress Amrinder Singh Raja Warring gave reason
BJP and Akali Dal: शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के बीच आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की संभावनाओं पर बीजेपी ने ही विराम लगा दिया है. अब इन पुराने सहयोगियों के बीच आई दरार पर विपक्षी दल तंज कस रहे हैं. पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने मंगलवार को कहा कि उनके खिलाफ किसानों के ‘गुस्से’ के मद्देनजर दोनों दलों में दोबारा गठबंधन नहीं हो सका है.
बीजेपी ने मंगलवार को घोषणा की कि वह पंजाब में अपने दम पर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी, जिससे शिरोमणि अकाली दल के साथ फिर से गठबंधन बनाने की बातचीत खत्म होने का संकेत मिला. इससे पहले पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा था कि पार्टी अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है. यह फैसला लोगों, पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर लिया गया. जाखड़ ने आगे कहा, यह फैसला पंजाब के भविष्य और युवाओं, किसानों, व्यापारियों, मजदूरों और वंचितों की बेहतरी के लिए लिया गया है.
‘बीजेपी के किसी भी सहयोगी दल को गांवों में नहीं घुसने देंगे’
अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने के बीजेपी के कदम पर एक सवाल का जवाब देते हुए, वडिंग ने दावा किया कि जाखड़, अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गठबंधन को फिर से बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. वडिंग ने कहा, हालांकि, जो किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने सहित अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में सड़कों पर बैठे हैं, उन्होंने बीजेपी का ‘विरोध’ शुरू कर दिया है.
वडिंग ने दावा किया कि किसान बीजेपी के किसी भी सहयोगी दल को गांवों में प्रवेश नहीं करने देंगे. उन्होंने आगे कहा कि ये दोनों पार्टियां जानती थीं कि उन्हें गांवों में घुसने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया, इसीलिए उन्होंने अपना ‘‘समझौता’’ रद्द कर दिया लेकिन वे ‘‘आंतरिक रूप से एक साथ’’ हैं. वडिंग ने यह भी कहा कि अकाली दल ने ‘बंदी सिंह’ (सिख कैदियों) का मुद्दा भी उठाया था, जबकि बीजेपी ने छह सीटों की मांग की थी, जिससे जाहिर तौर पर पता चलता है कि इन मुद्दों पर दोनों दलों के बीच आम सहमति का अभाव था.