West Bengal Hooghly Minor School Student sexual assault Admitted in Hospital | अब हुगली में ट्यूशन से लौट रही 9वीं की छात्रा से यौन शोषण! BJP बोली
Hooghly Molestation Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के अभी एक महीना भी नहीं हुआ है और इसी बीच कोलकाता से सटे हुगली के हरिपाल में छात्रा के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. नौवीं कक्षा की स्टूडेंट जब ट्यूशन से लौट रही थी, तब वारदात को अंजाम दिया गया.
स्थानीयों से सूचना के बाद पुलिस छात्रा को बचाने पहुंची. पुलिस को पीड़िता अर्धनग्न हालत मिली. छात्रा के परिजन ने पुलिस को शिकायत दे दी है, जिसके बाद पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. पुलिस के मुताबिक, अब तक की जांच में किसी भी संदिग्ध का पता नहीं चल सका है. बच्ची और उसके परिवार की निजता का सम्मान करने का अनुरोध है. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी ने ममता सरकार को घेरा
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मामले पर ममता सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने शनिवार को एक्स पर लिखा, “जहां बंगाल एक युवा महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या पर भड़का हुआ है, वहीं हुगली के हरिपाल में एक 15 वर्षीय नाबालिग के साथ बलात्कार किया जाता है और उसे नग्न अवस्था में सड़क के किनारे छोड़ दिया जाता है. यह ग्रेटर कोलकाता क्षेत्र का हिस्सा है. बच्ची को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.”
As Bengal agitates the rape and murder of a young lady doctor, a 15 year old minor is raped and dropped off by the roadside, naked, in Haripal, Hoogly. This is part of Greater Kolkata region. The girl has been admitted to the local hospital.
Mamata Banerjee’s police has cordoned…
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 6, 2024
महिलाओं के लिए पश्चिम बंगाल सबसे असुरक्षित: अमित मालवीय
अमित मालवीय आगे बोले, “ममता बनर्जी की पुलिस ने अस्पताल को घेर लिया है, मीडिया को एंट्री नहीं दिया जा रहा है और स्थानीय टीएमसी नेता यह सुनिश्चित करने के लिए इधर-उधर घूम रहे हैं कि घटना की रिपोर्ट न हो. महिलाओं और लड़कियों के लिए पश्चिम बंगाल सबसे असुरक्षित जगह है. ममता बनर्जी विफल हो गई हैं. उन्हें तुरंत पद छोड़ना होगा. अब बहुत हो गया है. उन्होंने बलात्कार और POCSO मामलों को निपटाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट भी स्थापित नहीं किए हैं.” इस बीच, सीपीआईएम ने छह सितंबर की रात हरिपाल थाने में विरोध प्रदर्शन किया था.
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