War Memorial Shilafalkam Will Be Built In Every Village At The End Of The Azadi Ka Amrit Mahotsav – आजादी के अमृत महोत्सव के समापन पर हर गांव में वार मेमोरियल शिलाफलकम बनाया जाएगा
देश के गांव-गांव से 7,500 कलशों में मिट्टी लेकर यह ‘अमृत कलश यात्रा’ देश की राजधानी दिल्ली पहुंचेगी. यह यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे लेकर भी आएगी. कलश में आई मिट्टी और पौधों से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के समीप ‘अमृत वाटिका’ का निर्माण किया जाएगा.
मेरी माटी, मेरा देश अभियान के तहत दिल्ली में अमृत उद्यान और हर गांव में वार मेमोरियल बनेगा जिसका नाम “शिलाफलकम” होगा. हर गांव में वृक्ष वाटिका बनेगी. यह कार्यक्रम 9 से 30 अगस्त तक चलेगा.
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा ने बताया कि, आजादी के अमृत महोत्सव के समापन की थीम “मेरी माटी, मेरा देश” है.
संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन ने कहा कि, आजादी के अमृत महोत्सव के दो साल में दो लाख कार्यक्रम आयोजित किए गए. समापन पर मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम होगा. अमृत कलश यात्रा जगह-जगह से निकलेंगी. हर गांव की मिट्टी को इस यात्रा के जरिए दिल्ली लाया जाएगा. गांवों, कस्बों के साथ-साथ ढाई लाख ग्राम पंचायतों में कार्यक्रम होंगे.
स्मारक ‘शिलाफलकम’ बनाए जाएंगे. शिलाफलकम पर उस जगह के वीर वीरांगनाओं के नाम अंकित होंगे. शिलफलकम के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी. यह शिलाफलकम जलाशयों के किनारे बनाए जाएंगे. इसमें ‘लोगो’ आजादी के अमृत महोत्सव का होगा. पीएम का ‘कोट’ भी इस पर अंकित होगा.लोग पंच प्राण की शपथ लेंगे, सेल्फी लेंगे और वेबसाइट पर अपलोड करेंगे, जैसा कि हर घर तिरंगा अभियान के वक्त किया गया था.
जगह-जगह वीरों का वंदन किया जाएगा, राष्ट्रगान होगा और तिरंगा फहराया जाएगा. इस कैंपेन की एक वेबसाइट है : yuva.gov.in इस पर मेरी माटी, मेरा गांव का पेज है. पांच प्राण की शपथ राज्यों से साझा की गई है.
इस अभियान में 75 पौधों का पौधा रोपण हर पंचायत, गांव और जहां-जहां कार्यक्रम होंगे वहां किया जाएगा. वन विभाग को पर्याप्त पौधों का इंतज़ाम करने को कहा गया है.
अगस्त के अंत में दिल्ली में कार्यक्रम होगा, जिसको पीएम मोदी संबोधित करेंगे. कर्तव्य पथ पर बड़े कार्यक्रम का आयोजन होगा. जो व्यक्ति कार्यक्रम में सम्मिलित न हो पाए वह मिट्टी का दीया लेकर घर में पंच प्राण की शपथ ले सकता है.
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