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Waqf Final meeting on Thursday Chairman Jagdambika Pal said Efforts to prepare report ASAP or submit to Lok Sabha Speaker


Waqf Bill JPC Meeting:  वक्फ संशोधन बिल को लेकर बनाई गई संसद की संयुक्त समिति की गुरुवार (21 नवंबर, 2024) को हुई बैठक अपने आप में काफी अहम थी क्योंकि आगामी शीतकालीन सत्र की शुरुआत से 3 दिन पहले कमेटी की ये बैठक हो रही थी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक के दौरान कमेटी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कमेटी के सदस्यों से कहा कि उनकी कोशिश है कि अब इन बैठकों का दौर खत्म हो और जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार कर सदन को सौंप दें.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कमेटी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि इस मामले पर अब तक 26 बैठके दिल्ली में हुई है. वहीं इसके अलावा दर्ज़नों  बैठके देश के अलग-अलग हिस्सों में भी आयोजित की गई है. इन बैठकों के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आए तमाम स्टेक होल्डर से चर्चा की जा चुकी है. जगदंबिका पाल ने कहा कि हमको कोशिश ये करनी चाहिए कि जल्द से जल्द समिति की रिपोर्ट को फाइनल कर लोकसभा स्पीकर के समक्ष रख दिया जाए.

विपक्ष ने की कमेटी का कार्यकाल बढ़ाने की मांग

हालांकि, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कमेटी में मौजूद विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने इस पर आपत्ति दर्ज करवाई. विपक्षी सांसदों ने कहा कि इस रिपोर्ट को तैयार करने में इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई जा रही है. विपक्षी पार्टियों से आने वाले कमेटी के सदस्यों ने इस बाबत लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला से भी बातचीत की और उनसे कमेटी का कार्यकाल बढ़ाने की मांग की.

शीतकालीन सत्र के पहले दिन ओम बिरला से मुलाकात करेंगे विपक्षी सदस्य

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार यानी शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्षी पार्टियों के सांसद जो इस कमेटी के सदस्य हैं वो लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात करेंगे. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात के दौरान विपक्षी पार्टियों के सांसद वक्फ को लेकर बनाई गई संसद की संयुक्त समिति का कार्यकाल और बढ़ाने की मांग करेंगे.

पिछले संसद के सत्र में किया था जेपीसी बनाने का ऐलान

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पिछले संसद के सत्र के दौरान वक्फ बिल को लेकर संसद की संयुक्त समिति बनाने का ऐलान किया था. इस समिति में अध्यक्ष जगदंबिका पाल को मिलाकर कुल 31 सदस्य हैं. समिति के गठन के दौरान यह भी कहा गया था कि समिति संसद के शीतकालीन सत्र के पहले हफ्ते के दौरान अपनी रिपोर्ट सदन के सामने पेश करें.

‘ड्राफ्ट रिपोर्ट भी बनकर तैयार’

बैठक के बाद कमेटी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि हमारी बैठकें लगभग पूरी हो चुकी हैं और हमारी ड्राफ्ट रिपोर्ट भी बनकर तैयार है, लेकिन क्योंकि विपक्ष के सांसद लगातार कमेटी के कार्यकाल को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं और इस बाबत वह लोकसभा स्पीकर से मिलने की बात कर रहे हैं. लिहाजा इस बात का इंतजार किया जाएगा कि लोकसभा स्पीकर क्या फैसला लेते हैं. जगदंबिका पाल के मुताबिक क्योंकि इस कमेटी का गठन लोकसभा स्पीकर ने सदन की सहमति से लिया था. लिहाजा कमेटी के कार्यकाल को लेकर भी अगर कोई फैसला होगा तो वह लोकसभा स्पीकर ही लेंगे.

‘संशोधन के लिए राय रखें विपक्षी सदस्य’

हालांकि, जगदंबिका पाल ने इतना जरूर साफ किया कि कमेटी के अध्यक्ष होने के नाते उनकी कोशिश यही है कि कमेटी की रिपोर्ट जब सदन के सामने जाए तो उससे पहले कमेटी के सदस्यों के साथ पूरी चर्चा की जाए. विपक्ष के सांसद अगर कोई संशोधन लाना चाहते हैं तो उसके बारे में कमेटी के सामने अपनी राय रखें और उन संशोधनों पर भी पूरा विचार किया जाएगा.

बिल को पास करने का रास्ता कैसे होगा साफ 

यानी कमेटी आगामी सत्र में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी या नहीं यह अब निर्भर करेगा लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला के ऊपर. क्योंकि विपक्षी सांसद जरूर कोशिश कर रहे हैं कि कमेटी का कार्यकाल बढ़ा दिया जाए. अगर विपक्षी सांसदों की बात मानते हुए कमेटी का कार्यकाल बढ़ाने का फैसला लिया जाता है तो मुमकिन है कि आगामी शीतकालीन सत्र में वक्फ बिल को लेकर आने वाली संसदीय समिति की रिपोर्ट न पेश हो, लेकिन अगर लोकसभा के स्पीकर कार्यकाल बढ़ाने पर राजी नहीं होते और विपक्ष की मांग ठुकरा देते हैं तो मुमकिन है मौजूदा संसद सत्र में वक्फ संशोधन बिल पर तैयार हुई संसद की संयुक्त समिति की रिपोर्ट सदन में आए. सदन में अगर रिपोर्ट पेश हो जाती है तो उस वक्फ बिल को पास करने का रास्ता साफ हो जाएगा.

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