Voting In Pakistan Amid Allegations Of Rigging And Terrorist Attacks In General Elections – आम चुनाव में धांधली के आरोपों और आतंकी हमलों के बीच पाकिस्तान में मतदान
मतदान शुरू होने के कुछ ही देर बाद ‘बिगड़ते सुरक्षा हालात’ के मद्देनजर देश भर में मोबाइल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया. चुनावों में विपक्ष ने धांधली के आरोप भी लगाए तो वहीं डेरा इस्माइल खान में बृहस्पतिवार को हुए आतंकी हमले में चुनाव ड्यूटी पर तैनात चार पुलिसकर्मी मारे गए. पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र के टैंक इलाके में बंदूकधारियों द्वारा सैनिकों पर की गई गोलीबारी में एक सुरक्षा अधिकारी की मौत हो गई.
खैबर-पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले के मीर अली इलाके में अज्ञात लोगों ने सुरक्षा बलों के एक वाहन पर रॉकेट से हमला किया. देश के कई राजनेताओं ने तुरंत मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बहाल करने की मांग की है. कुछ राजनेताओं ने कहा कि मतदान के दिन मोबाइल नेटवर्क बंद करने से संदेह पैदा हुआ है और “यह चुनाव के दिन धांधली की शुरुआत है”.
गृह मंत्रालय ने कहा कि मोबाइल फोन सेवाओं को निलंबित करने के फैसले पर अपराह्न तीन बजे के बाद दोबारा समीक्षा की जाएगी. देशभर के कुल 12,85,85,760 मतदाता इन चुनावों में अपने मताधिकारों का इस्तेमाल कर सकेंगे. मतदान के मद्देनजर आज देश में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है.
मतदान पूरा होने के तत्काल बाद मतों की गिनती शुरू हो जाएगी. आम चुनाव के लिए लगभग 6,50,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सिकंदर सुल्तान राजा ने कहा कि चुनाव शांति पूर्ण माहौल में कराए जाएंगे.
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि टीवी पर मोबाइल सेवा बंद होने की खबर देखी हैं, ऐसे फैसले गृह मंत्रालय लेता है. उन्होंने कहा,‘‘ हम हस्तक्षेप नहीं करेंगे . सुरक्षा पाकिस्तान निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी नहीं है.”
उन्होंने कहा कि ईसीपी सेवाएं पुन: शुरू करने के लिए मंत्रालय से नहीं कहेगा. सीईसी ने कहा कि उसकी चुनाव प्रबंधन प्रणाली इंटरनेट पर निर्भर नहीं है और इसलिए इंटरनेट सेवा निलंबित रहने का असर उसके कामकाज पर नहीं पड़ेगा.
वहीं, राष्ट्रमंडल पर्यवेक्षक समूह के प्रमुख डॉ. गुडलक एबेले जोनाथन ने कहा कि वोट डालना इंटरनेट सेवाओं से अधिक महत्वपूर्ण है. जोनाथन ने मीडिया से कहा, “इंटरनेट के आविष्कार से पहले, हम मतदान कर रहे थे और मतदान इंटरनेट से अधिक महत्वपूर्ण है.”
उन्होंने कहा, “मतदान प्रक्रिया के लिए इंटरनेट की आवश्यकता नहीं है, हालांकि, इंटरनेट सेवाओं के निलंबन से चुनाव परिणाम देते समय परेशानी पैदा होगी.” पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के अनुसार नेशनल असेंबली के लिए 5,121 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनमें से 4,807 पुरुष, 312 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं.
चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 12,695 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 12,123 पुरुष, 570 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं. मतदान शुरू होने के बाद से ही अधिकतर निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की कम संख्या देखी गई, हालांकि वक्त गुजरने के साथ हालात में सुधार दिखा.
कई स्थानों पर कुछ मतदाता मतदान केंद्रों के बाहर इंतजार करते देखे गए जहां मतदान कर्मचारियों के ड्यूटी पर नहीं आने के कारण केन्द्रों के दरवाजे नहीं खुले थे. कई मतदान केंद्रों पर कर्मचारियों ने मतपत्रों की कमी और गलत कागजात होने की भी शिकायत की जिसके कारण मतदान प्रक्रिया में काफी देरी हुई.
बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के कुछ हिस्सों में ठंडे मौसम और बारिश की वजह से भी लोग मतदान केन्द्रों से नदारद रहे. इमरान खान के जेल में होने के कारण पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है.
एनए-49 अटक में शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन और खान के नेतृत्व वाली तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई की सूचना मिली है, जिसके कारण दो मतदान केंद्रों पर मतदान अस्थायी रूप से स्थगित करना पड़ा है. लगभग पांच घंटे की देरी के बाद दोनों स्थानों पर मतदान फिर से शुरू हुआ.
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में बंद हैं. ऐसे में नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन के चुनावों में सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने की उम्मीद है. खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट ‘बल्ला’ से वंचित करने संबंधी निर्वाचन आयोग के फैसले को बरकरार रखा है.
इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक पूर्व रिकॉर्डेड संदेश में जनता से अपने मताधिकारों का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया. उन्होंने ‘एक्स’ पर जारी एक वीडियो में कहा, ‘‘ यह सुनिचित कीजिए की सभी लोग घरों से बाहर निकलें और कल बड़ी संख्या में मतदान करें.”
सूत्रों ने बताया कि 71 वर्षीय खान और जेल में बंद अन्य प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने अडियाला जेल से डाक मतपत्र के जरिए वोट डाला. वहीं पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही, अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद, पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने डाक से अपना वोट भेजा.
इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी मतदान में हिस्सा नहीं ले सकीं. नवाज शरीफ ने लाहौर के मॉडल टाउन इलाके के नेशनल असेंबली (एनए) 128 क्षेत्र में मतदान किया. उनके साथ उनकी बेटी मरयम और पार्टी के अन्य नेता भी थे.
शरीफ (74) ने मतदाताओं से उन्हें संसद में “महत्वपूर्ण” बहुमत देने का आग्रह किया और गठबंधन सरकार बनाने की संभावना से इनकार किया. उन्होंने कहा, “स्थायित्व के लिये एक दल को बहुमत दिया जाना जरूरी है. आज हम जहां हैं, उस दिन को देखने के लिए हमने बलिदान दिया है. हमें अपमान और अभद्रता की इस संस्कृति को खत्म करना होगा.”
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने लाहौर के एनए-128 निर्वाचन क्षेत्र में मतदान केंद्र संख्या 82 पर वोट डाला. कुल 265 सदस्यीय नेशनल असेंबली में बहुमत के लिये 133 सीटों पर जीत की जरूरत है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)