Vikramaditya Singh statement on Ayodhya Shri Ram amid Himachal Pradesh Lok Sabha Election 2024 ann
Himachal Pradesh Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार में अपनी ताकत झोंक दी है. प्रचार के जरिए सभी नेता जनता से अपने पक्ष में वोट करने के लिए तमाम कोशिशें कर रहे हैं. इस बीच मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया जो वायरल हो रहा है.
दरअसल, विक्रमादित्य सिंह ने पोस्ट में लिखा, “जो प्रभु श्री राम का अयोध्या से विशेष आशीर्वाद लेकर आए हैं. मंडी उनको लेकर आएगी. जय श्री राम.” विक्रमादित्य सिंह ने ये भी लिखा कि मंडी की प्रबुद्ध जनता शिक्षित है और शिक्षित नेतृत्व को ही चाहती है. उन्होंने मिलकर हिमाचल प्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की बात भी लिखी है. बता दें कि 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान विक्रमादित्य सिंह खास तौर पर दर्शन करने के लिए अयोध्या पहुंचे थे.
विक्रमादित्य सिंह को मां प्रतिभा को मिला था निमंत्रण
विक्रमादित्य सिंह और उनकी मां प्रतिभा सिंह को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए विश्व हिंदू परिषद की ओर से विशेष निमंत्रण मिला था. देश भर में ऐसे चंद ही लोग थे, जिन्हें यह निमंत्रण दिया गया था. विक्रमादित्य सिंह और उनके परिवार भी इसमें शामिल था.
गौरतलब है कि विक्रमादित्य सिंह के पिता और हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह खुलकर राम मंदिर निर्माण का समर्थन करते रहे. उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए स्वेच्छा से दान भी दिया था. इसके अलावा वह ऐसे पहले मुख्यमंत्री भी बने थे, जिन्होंने पूरे देश में सबसे पहले धर्मांतरण के खिलाफ कड़ा कानून बनाया था.
रोजाना करते हैं जय श्री राम की पोस्ट
विक्रमादित्य सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी हैं. विक्रमादित्य सिंह रोजाना जय श्री राम के चार से पांच पोस्ट करते हैं. नौ मई को जब विक्रमादित्य सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया, तब भी उन्होंने सुबह से शाम तक करीब 10 पोस्ट ऐसे किए, जिसमें जय श्री राम का जिक्र था.
विक्रमादित्य सिंह पार्टी लाइन से हटकर चुनाव प्रचार करते हुए नजर आ रहे हैं. इससे पहले उन्होंने कंगना रनौत के खान-पान को लेकर भी सवाल खड़े किए थे, जिसमें उन्होंने राष्ट्र स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद से हस्तक्षेप की मांग उठाई थी.
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