Uzbekistan State Prosecutors Alleged Trial Distributor Of Indian Cough Syrup Paid Bribes Skip Testing
Uzbekistan Children Deaths: उज्बेकिस्तान में कथित तौर पर भारतीय कफ सिरप की वजह से 65 बच्चों की मौत हो गई थी. जिसको लेकर अब नया खुलासा हुआ है. उज़्बेक राज्य अभियोजकों ने बुधवार को एक मुकदमे के दौरान आरोप लगाया है कि भारतीय कफ सिरप के डिस्ट्रीब्यूटर ने जरूरी टेस्टिंग न करने के लिए स्थानीय अधिकारियों को 33,000 डॉलर की रिश्वत दी.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य एशियाई राष्ट्र ने पिछले सप्ताह हुई मौतों के मामले में 21 लोगों पर मुकदमा चलाया, जिनमें से 20 उज़्बेक और एक भारतीय शामिल है. डिफेंडेंट क़ुरामैक्स मेडिकल के अधिकारी हैं. यह कंपनी उज्बेकिस्तान में भारत के मैरियन बायोटेक की दवाएं बेचती है.
क्या लगे हैं आरोप?
स्टेट प्रोसेक्यूटर सैदकरिम अकिलोव के अनुसार, क़ुरामैक्स के सीईओ सिंह राघवेंद्र प्रतार ने कथित तौर पर स्पेशलाइजेशन एंड स्टैंडर्डाइजेशन ऑफ मेडिकल प्रोडक्ट के लिए अधिकारियों को 33,000 यूएस डॉलर का भुगतान किया जिससे वे इसके उत्पादों के अनिवार्य निरीक्षण को छोड़ दें. हालांकि अभियोजक के बयान से यह स्पष्ट नहीं था कि क्या उज्बेकिस्तान परीक्षण में शामिल था या निर्माता से भारत में परीक्षण करने का अनुरोध किया गया था.
18 बच्चों की चली गई थी जान
पिछले साल उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आरोप लगाया था कि भारत में बना कफ सिरप (DOK-1 MAX) देने की वजह से उनके देश में 18 बच्चों की जान चली गई थी. जिसके बाद इस मामले में हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने जांच में सहयोग करने की बात कही. वहीं, भारत सरकार ने भी उज्बेक सरकार के आरोपों की जांच का फैसला किया था.
उज्बेकिस्तान ने आरोप लगाया था कि नोएडा के मेरियन बायोटेक (Marion Biotech Pharma Company) में बना कफ सिरप DOK-1 MAX पीने से उनके यहां बच्चों की जान चली गई . उज्बेकिस्तानी अधिकारियों का कहना था कि कफ सिरप DOK-1 MAX में एथिलीन ग्लाइकॉल है.
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