Uttarkashi Tunnel Accident: 6 Inch New Pipeline Laid Across The Debris, Easier To Send Communication Equipment – उत्तरकाशी सुरंग हादसा: मलबे के आर-पार बिछाई गई 6 इंच की नई पाइपलाइन, संचार उपकरण भेजने में होगी आसानी
खास बातें
- उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे श्रमिकों को आज बड़ी कामयाबी मिली है
- मलबे के आर-पार छह इंच व्यास की पाइपलाइन बिछाई गई है
- खाद्य पदार्थ, दवाएं और संचार उपकरण भेजने में होगी सहूलियत
नई दिल्ली :
उत्तरकाशी सुरंग हादसे (Uttarkashi Tunnel Accident) में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी राहत और बचाव कार्यों में आज एक बड़ी कामयाबी मिली है. सिल्क्यारा के पास सुरंग के अवरुद्ध हिस्से में 6 इंच की पाइपलाइन बिछाई गई है. ड्रिलिंग पूर्ण कर मलबे के आर-पार 53 मीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है, इसके जरिये सुरंग में फंसे श्रमिकों तक खाद्य सामग्री और संचार उपकरण पहुंचाने की तैयारी की जा रही है.
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आज शाम करीब साढ़े चार बजे एनएचएआईडीसीएल के निदेशक अंशुमनीष खलखो, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और टनल के भीतर संचालित रेस्क्यू अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि नौ दिनों से चल रहे रेस्क्यू की पहली कामयाबी के बाद श्रमिकों को जल्द सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जाएंगे.
सुरंग में फंसे श्रमिकों के जीवन की रक्षा के लिए अब तक 4 इंच की पाइपलाइन ही लाइफलाइन बनी हुई थी. हालांकि अब सेकेंड्री लाइफ लाइन के तौर पर छह इंच व्यास की पाइपलाइन मलबे के आरपार बिछा दिए जाने के बाद श्रमिकों तक बड़े आकार की सामग्री, खाद्य पदार्थ, दवाएं और अन्य जरूरी साजोसामान के साथ ही संचार के उपकरण भेजने में सहूलियत होगी.
वायुसेना ने महत्वपूर्ण 36 टन उपकरण किए एयरलिफ्ट
इसके साथ ही उत्तरकाशी में बचाव कार्यों में भारतीय वायुसेना लगातार सहायता कर रही है. भारतीय वायुसेना ने आज 36 टन बेहद महत्वपूर्ण उपकरणों को एयरलिफ्ट किया.
सभी उपकरणों को पहुंचाने तक जारी रहेगा ऑपरेशन
इसके लिए एक सी-17 और दो सी-130 जे विमानों का उपयोग किया गया. साथ ही वायुसेना की ओर से कहा गया कि जब तक सभी उपकरणों को पहुंचा नहीं दिया जाता है, तब तक ऑपरेशन जारी रहेगा.
पाइपलाइन बिछाए जाने से खुशी और उत्साह
इस नई पाइपलाइन बिछाए जाने से श्रमिकों के जीवन को सुरक्षित बनाये रखने का भरोसा कई गुना बढ़ा है. इस खबर के बाद श्रमिकों के परिजनों के साथ रेस्क्यू के मोर्चों पर खुशी और उत्साह है.
अधिकारियों ने बचाव अभियान का लिया जायजा
इस बीच उत्तराखंड शासन के सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने आज परियोजना व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सुरंग का निरीक्षण कर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और सेकेंडरी लाइफलाइन बनाने के काम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर रेस्क्यू में जुटे लोगों को बधाई दी.
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