Uttarakhand Politics war in BJP and Congress after Mahapanchayat ann
Uttarakhand: उत्तराखंड की राजनीति में महापंचायतों को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी ने प्रदेश की सियासी गरमी बढ़ा दी है. कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और नैनीताल हाई कोर्ट के आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाया, जबकि भाजपा ने इसे कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और उत्तरकाशी के प्रभारी सूर्यकांत धस्माना ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तरकाशी की शांत वादियों को सांप्रदायिक तनाव में झोंका जा रहा है.
सरकार की मंशा पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता ने कहा, “उत्तरकाशी की महापंचायत में भाजपा के विधायकों ने भाषण देकर आग में घी डालने का काम किया. यह कदम नैनीताल हाई कोर्ट के आदेशों और सरकार के हलफनामे का उल्लंघन है. सरकार ने महापंचायत पर प्रतिबंध के बावजूद इसे आयोजित होने दिया, जिससे उसकी मंशा पर सवाल खड़ा होता है.”
उन्होंने भाजपा सरकार पर विकास, रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विवादित मुद्दों को उछालकर प्रदेश का माहौल खराब किया जा रहा है. कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस समुदाय विशेष के तुष्टिकरण के लिए भाजपा पर आरोप लगा रही है.
चंदौली एसपी समेत 18 पुलिसकर्मियों पर दर्ज FIR रद्द होने के बाद भड़के अमिताभ ठाकुर, उठाया ये कदम
किसके समर्थन में कांग्रेस- BJP
बीजेपी ने मीडिया प्रभारी ने कहा, “उत्तरकाशी में हुई महापंचायत को सरकार का समर्थन नहीं था, लेकिन कांग्रेस यह साफ करे कि वह किसके समर्थन में है और किसके विरोध में. महापंचायत शांतिपूर्ण रही और कानून ने अपनी भूमिका निभाई है.” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस लव जिहाद, लैंड जिहाद जैसे मुद्दों पर चुप्पी साध लेती है.
उन्होंने कहा, “पुरोला समेत अन्य घटनाओं में बाहरी लोगों की भूमिका उजागर हुई है. भाजपा सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भू-कानून ला रही है, जिससे राज्य की संस्कृति और स्वरूप संरक्षित रहेगा. लेकिन कांग्रेस को इससे परेशानी है क्योंकि इससे उनके हित प्रभावित हो रहे हैं.” जहां कांग्रेस भाजपा पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और कानून व्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा इसे कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति बता रही है.
धस्माना ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर संघर्ष करेगी. वहीं चौहान ने कहा कि जनता कांग्रेस को उसकी राजनीति के लिए माफ नहीं करेगी और आगामी चुनावों में सबक सिखाएगी. महापंचायतों और दोनों दलों के आरोप-प्रत्यारोप ने प्रदेश की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है.