Uttar Pradesh Mahoba Kotwali Police rescued kidnapped five year girl under Operation Muskan ANN
Mahoba News: महोबा में अपहरण का मामला सामने आया है. जिसमें घर के बाहर खेल रही 5 वर्ष की मासूम बच्ची के अपहरण हो गया था लेकिन पुलिस के त्वरित प्रयासों के चलते अपहरणकर्ता के चंगुल से मासूम को सकुशल पुलिस ने बरामद कर लिया गया. एसपी पलाश बंसल ने खुद सड़क पर उतरकर बच्ची के सकुशल बरामदगी में तत्परता दिखाई और नतीजन “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत 6 घंटे के अंदर मासूम को सही सलामत बरामद कर लिया गया. बता दें कि पुलिस ने अपहरणकर्ता बदमाश को भी गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस आरोपी से पूछताछ कर आगे की कार्यवाही में जुटी हुई है.
पांच वर्षीय बच्ची हुई लापता
यह पूरा मामला शहर के हवेली दरवाजा इलाके का है. जहां रहने वाले जितेंद्र साहू की 5 वर्षीय पुत्री योगिता बीती शाम 5 बजे घर के बाहर खेल रही थी, तभी अचानक मासूम बच्ची लापता हो गई. बच्ची के गायब होने पर मां मीना और अन्य परिवारजन उसे आसपास तलाशा लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा था. इस दरमियान सूचना मिलते ही शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरु कर दिया था.
इसी दौरान सीसीटीवी फुटेज में एक युवक के द्वारा बच्ची का अपहरण कर लिए जाने की बात सामने आई तो पुलिस दंग रह गई. यह सूचना जैसे ही जिले के कप्तान पलाश बंसल और अपर पुलिस अधीक्षक वंदना सिंह की मिली तो दोनों ही अधिकारी पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर जा पहुंचे जहां बच्ची के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए बच्ची को सकुशल वापस लाने का आश्वासन दिया गया.
अधिकारियों ने शुरू किया ‘ऑपरेशन मुस्कान’
कप्तान पलाश बंसल और अपर पुलिस अधीक्षक वंदना सिंह ने सीओ सिटी दीपक दुबे के साथ मासूम बच्ची के अपहरण मामले में तत्परता दिखाया और “ऑपरेशन मुस्कान” चलाने के निर्देश कोतवाली पुलिस को दिए. इसके तहत अधिकारियों ने खुद इस ऑपरेशन मुस्कान की कमान संभालते हुए शहर में सर्च अभियान शुरू कर दिया.
हवेली दरवाजा मैदान से लेकर इलाके के एक-एक सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम पुलिस ने किया जिससे कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए पुलिस बच्ची की तलाश में जुट गई. शाम 6 बजे से बच्ची की तलाश में लगी शहर कोतवाली पुलिस के साथ एसपी पलाश बंसल खुद सड़क पर उतर आए और हवेली दरवाजा से नैकानापुरा, नगर पालिका, तहसील आल्हा चौक क्षेत्र सहित कस्बे के अलग-अलग स्थान में कई टीमें बनाकर बच्ची की तलाश की जाने लगी.
जानकारी में पता चला की बच्ची को इलाके में ही रहने वाला शराबी युवक बल्लू अपहरण करके ले गया है. जानकारी मिलते ही पुलिस ने तत्काल बच्ची और आरोपी का फोटो सर्कुलेट कर सोशल मीडिया में भी वायरल कर दिया और देखते ही देखते महोबा सोशल मीडिया में जगह-जगह बच्ची के अपहरण होने की सूचना फैल गई.
अपहरणकर्ता बल्लू को पुलिस ने दबोचा
मंगलवार (19 नवंबर) शाम 6 बजे से शुरू हुआ ऑपरेशन मुस्कान रात 12 बजे अपने अंजाम तक पहुंच गया था. पुलिस को सूचना मिली की बच्ची को लेकर अपहरणकर्ता महोबा रेलवे स्टेशन में देखा गया है. जिसके बाद एसपी खुद पुलिस बल के साथ रेलवे स्टेशन पहुंच गए. आसपास के लोगों से पूछताछ और जीआरपी थाना प्रभारी रणविजय सिंह बहादुर के मुखबिरों की खास सूचना से पता चला कि आरोपी ट्रेन में बैठकर बच्ची को लेकर निकल गया है.
सूचना पर एसपी ने तत्काल एक टीम रवाना किया और महोबा जीआरपी पुलिस को भी इस बाबत निर्देश दिए. पुलिस की सतर्कता से दिल्ली जाने की जुगत के में लगे अपहरणकर्ता बल्लू को पुलिस ने दबोच लिया. बता दें कि पुलिस ने अपहरणकर्ता के चंगुल से 5 वर्ष की मासूम योगिता को भी सकुशल बरामद कर लिया है.
अपहरणकर्ता बच्ची को दिल्ली ले कर जा रहा था
बताया जाता है कि अपहरणकर्ता बच्ची को बेचने की फिराक में था जिसके लिए बच्ची को दिल्ली लेकर जा रहा था, लेकिन उसकी करतूत और मंसूबों पर एसपी के “ऑपरेशन मुस्कान” ने पानी फेर दिया और आखिरकार आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. मासूम बच्ची को सकुशल बरामद कर ज़िंदगी बचा ली गई. पुलिस के ऑपरेशन मुस्कान से परिवार को योगिता वापस मिल गई. पुलिस की इस तेजी से परिवार के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली है.
बच्ची के पिता जितेंद्र और मां मीना ने पुलिस को धन्यवाद दिया तो वहीं स्थानीय लोग भी पुलिस की इस तत्परता की प्रशंसा कर रहे है. 6 घंटे के अंदर-अंदर ऑपरेशन मुस्कान चलकर एसपी पलाश बंसल ने मासूम बच्ची को परिवार से मिलाने का न केवल काम किया बल्कि आरोपी को भी उसके अंजाम तक पहुंचाने के लिए कार्यवाही शुरू करती गई है.
इस मामले को लेकर एएसपी वंदना सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि शहर के हवेली दरवाजा मैदान से एक बच्ची का अपहरण कर दिया गया है. इस सूचना पर एसपी खुद मौके पर पहुंचे थे और इस दौरान कई टीमों का गठन कर बच्ची के सकुशल बरामदगी के लिए ऑपरेशन मुस्कान चलाया गया था. इस ऑपरेशन के तहत 6 घंटे के भीतर ही बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया है. इसमें पुलिस के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों का भी बड़ा सहयोग मिला है. जिससे एक मासूम की जिंदगी बचा ली गई.
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