UP Flood Hardoi Bridge Washed Away Due To Flood Contact Of Many Villages Lost Rajbaha Carrying Children In His Lap To Cross ANN
UP News: उत्तर प्रदेश के हरदोई (Hardoi) जिले के कटियारी क्षेत्र में बीते दिनों आई बाढ़, कई गांवों को जोड़ने वाली रजबहे पर बनी पुलिया को बहा ले गई. इसके बाद कई गांवों का संपर्क टूट गया. लोगों और बच्चों को जान जोखिम में डालकर इससे गुजरना पड़ रहा है. लोग हाथों में बच्चों को उठाकर पानी से बाहर रजबहे को पार करा रहे हैं. जब कोई नहीं होता तो बच्चों को इसमें उतरकर पार करना पड़ता है. अगर यहां के निवासी और बच्चे किसी दूसरे रास्ते से जाने की सोचे तो वह मार्ग 12 किलोमीटर की दूरी पर है. ऐसे में लोगों को मजबूरी में इसी रास्ते से जाना पड़ता है.
दरअसल, हरपालपुर ब्लॉक के कटियारी क्षेत्र में बीते दिनों आई बाढ़ से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कभी जलस्तर बढ़ता है तो कभी घटता है. बाढ़ की चपेट में सैकड़ों गांव प्रभावित हुए थे, जिससे ग्रामीणों के घर, स्कूल और फसल सब जलमग्न हो गया था. अब जब नदियों का जलस्तर कुछ कम हुआ तो लोगों की जिंदगी एक बार फिर पटरी पर उतरने लगी. मगर बाढ़ के बाद के मंजर की वजह से अभी भी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं.
पानी के तेज बहाव में बह गई थी पुलिया
वहीं जिला प्रशासन इन ग्रामीणों और बच्चों की समस्याओं को दरकिनार कर मूकदर्शक बना बैठा हुआ है. विकास खंड हरपालपुर के दो गांव नाऊपुर और दयालपुर के बीच रजबहे पर बनी पुलिया जो कि नदियों के जलस्तर के बढ़ने के साथ ही बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण बह गई थी, इसकी वजह से इन दो गांवों सहित कई गांवों का आपस में संपर्क टूट गया है. लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर इस रजबहे में घुसकर रास्ते को पार करना पड़ रहा है. इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ बच्चों को लोग अपने हाथों का पुल बनाकर पार करा रहे हैं. जब इस जगह कोई नहीं होता तो बच्चों को खुद ही इसे अपनी जान पर खेलकर पार करना पड़ता है.
‘जल्द ही होगा समस्या का समाधान’
हरदोई में पिछले समय में लगातार कई ऐसी घटनाएं हुईं हैं, जिसमें बच्चों की डूबकर मौत हो चुकी है. इसके बाद भी न जाने क्यों हरदोई का जिला प्रशासन नहीं जाग रहा है. अगर ये बच्चे पढ़ने के लिए और यहां के निवासी निकलने के लिए किसी दूसरे रास्ते का इस्तेमाल करें तो वह काफी दूरी पर है. इसकी दूरी इन गांवों से लगभग 12 किलोमीटर पर बेड़िजोर है, जहां से बच्चों का जा पाना संभव नहीं है. अब ऐसे में मजबूरन बच्चों को इसी रास्ते को अपनाना पड़ रहा है. इस संबंध में अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. संबंधित अधिकारी को सूचित कर दिया गया है, जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा.