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UP Encounter Specialist IPS Nipun Agarwal will honored Gallantry Medal on Republic Day 2025


IPS Nipun Agarwal: देश के 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्य पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र को संबोधित किया. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस और फायर डिपार्टमेंट में अलग-अलग पदों पर तैनात अधिकारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए गैलेंट्री मेडल देने का ऐलान किया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से शनिवार (25 जनवरी) को जारी अधिसूचना के मुताबिक, यूपी पुलिस के कुल 17 जवानों को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित किया जाएगा. 

इसका ऐलान होते ही इन अधिकारियों को बधाई देने वालों का तांता लगा गया है. यूपी के जिन पुलिस अधिकारियों को गैलेंट्री मेडल से सम्मानित किया जाएगा, उनमें कांस्टेबल देवदत्त सिंह, कांस्टेबल रंजन कुमार, कांस्टेबल रितुल कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक नीपुण अग्रवाल (आईपीएस), पुलिस उप-अधीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर मुन्नेश सिंह, कांस्टेबल नीरज कुमार पाल, सहायक पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा, पुलिस उप-अधीक्षक कुलदीप कुमार, इंस्पेक्टर गितेश कपिल, कांस्टेबल प्रवीण अहलावत, सब-इंस्पेक्टर अंगद सिंह यादव, इंस्पेक्टर अमित, अतिरिक्त अधीक्षक डॉ दीपक शर्मा, इंस्पेक्टर अबद्दुर रहमान सिद्दीकी, इंस्पेक्टर रिपुदमन सिंह का नाम शामिल है.

IPS निपुण अग्रवाल भी होंगे सम्मानित
गैलेंट्री मेडल से सम्मानित होने वाले पुलिस अधिकारियों आईपीएस नीपुण अग्रवाल भी शामिल हैं. वह हालिया दिनों काफी चर्चा में रहे थे. इसकी वजह यह है कि 27 और 28 मई 2022 को पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हुई थी, उस दौरान मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र में तत्कालीन एसपी सिटी निपुण अग्रवाल की अगुवाई में पुलिस ने 50 हजार के इनामी बदमाश राकेश दुजाना को मार गिराया था. 

आईपीएस निपुण अग्रवाल इस समय लखनऊ में पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनात हैं.  निपुण अग्रवाल साल 2017 कैडर के आईपीएस हैं. वह अपने लगभग 7 साल के पुलिस करियर में अलग-अलग पदों पर रहकर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. निपुण सहगल का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है. निपुण अग्रवाल ने कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बी. टेक किया है. उनका छात्र जीवन कड़े संघर्षों में गुजरा.

50 से ज्यादा कर चुके हैं एनकाउंटर
यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनात 2017 बैच के आईपीएस अधिकारी निपुण अग्रवाल ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से सफलता की मिसाल पेश की है. आज निपुण अग्रवाल के नाम 50 से ज्यादा एनकाउंटर दर्ज हैं. इस दौरान उन्होंने वेस्ट यूपी के कुख्यात अपराधियों को पुलिस एनकाउंटर में ढेर किया है. इसके अलावा कई बड़े माफियाओं को सलाखों के पीछे भेजने का श्रेय भी उन्हें जाता है.

निपुण अग्रवाल का जन्म 6 नवंबर 1985 को लखनऊ के अलीगंज क्षेत्र में हुआ था. उनके पिता प्रवीण अग्रवाल एक बिजनेसमैन थे और मां शशि अग्रवाल हाउस वाइफ. बचपन में निपुण ने अपनी दादी से दादा के किस्से सुनते थे, जो IRS अधिकारी रहे थे. उनके दादा का जीवन और संघर्ष निपुण के लिए प्रेरणा का स्रोत बना. निपुण ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट मेरीज स्कूल बिजनौर से की और फिर लखनऊ के जयपुरिया स्कूल से अपनी पढ़ाई जारी रखी.

हाईस्कूल में पढ़ाई करते हुए निपुण ने यह ठान लिया था कि वह बड़े होकर अफसर बनेंगे, लेकिन उनकी जिंदगी में मुश्किलों का सामना भी कम नहीं था. इंटर के दौरान उनकी मां को कैंसर का पता चला और उन्हें मुंबई में इलाज के लिए भेजा गया, मां के देखभाल की जिम्मेदारी निपुण पर थी. इसके बाद पिता को हार्ट अटैक हुआ, हालांकि बाद में वे स्वास्थ्य हो गए. लेकिन इस बीच ताया, ताई और दादा की मौत हो गई. इन तमाम विपत्तियों के बावजूद, निपुण ने हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई जारी रखी

दो सरकारी नौकरियां ठुकराईं
साल 2005 में निपुण अग्रवाल ने नोएडा के जेपी कॉलेज में बी-टेक में एडमिशन लिया, लेकिन 2008 में उनकी मां का निधन हो गया. इस दुखद समय में भी उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और 2009 में कम्प्यूटर साइंस से बी-टेक की डिग्री प्राप्त की. निपुण ने अपनी नौकरी की शुरुआत 2014 में सेंट्रल एक्साइज इंस्पेक्टर के रूप में की, जहां गुजरात के बड़ोदरा में तैनाती मिली. 

इसके बाद उन्होंने IB में ACIO की नौकरी भी ठुकरा दी, क्योंकि उनका सपना था कि वह आईपीएस अफसर बनें. छह अटेम्पट के बाद 2017 में निपुण ने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक UPSC टॉप किया और आईपीएस बने.

निपुण अग्रवाल का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था, लेकिन उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें सफलता दिलाई.वह आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं. उनके जीवन की कहानी यह सिखाती है कि मुश्किलों के बावजूद अगर ठान लिया जाए, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. उनके इन्हीं संघर्षों से और अपने कर्तव्यों के प्रति अडिग रहने के लिए भारत सरकार ने उन्हें गैलेंट्री मैडल से सम्मानित करने का फैसला किया है. 

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