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Union Minister Nitin Gadkari claims India loses 3 percent of GDP annually due to road accidents | सड़क हादसों से भी कम होती है देश की जीडीपी! नितिन गडकरी बोले


Nitin Gadkari On Road Accidents: भारत में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या न केवल जान-माल की हानि का कारण बन रही है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान पहुंचा रही है.

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार (25 मार्च, 2025 ) को कहा  भारत में हर साल लगभग 5 लाख सड़क हादसे होते हैं. इससे देश को GDP का 3% नुकसान उठाना पड़ता है.

सड़क हादसों की भयावह स्थिति
गडकरी के अनुसार, हर साल भारत में 4,80,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.इनमें से 1,88,000 लोगों की मौत हो जाती है. सबसे अधिक प्रभावित 18 से 45 वर्ष के लोग होते हैं. 10,000 से अधिक बच्चे (18 वर्ष से कम उम्र) भी सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं.

अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
सड़क दुर्घटनाओं का असर सिर्फ लोगों की जान पर ही नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है. GDP का लगभग 3% नुकसान सिर्फ सड़क दुर्घटनाओं के कारण होता है. दुर्घटनाओं के कारण सरकार और नागरिकों को चिकित्सा, बीमा और अन्य खर्चों में बड़ी धनराशि खर्च करनी पड़ती है. दुर्घटनाओं की वजह से मजदूरी और उत्पादकता में कमी भी देखने को मिलती है.

सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण
गडकरी ने बताया कि खराब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) सड़क दुर्घटनाओं की एक बड़ी वजह है. खराब सड़क डिजाइन और गड्ढे हादसों के पीछे अहम कारण हैं. लापरवाह ड्राइविंग, ओवरस्पीडिंग और यातायात नियमों की अनदेखी भी दुर्घटनाओं को बढ़ावा देती है.

दुर्घटना पीड़ितों के लिए सरकारी मदद
गडकरी ने कहा कि दुर्घटना पीड़ितों की मदद को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 25,000 रुपये का पुरस्कार देने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, “हमने निर्णय लिया है कि कोई भी तीसरा व्यक्ति जो दुर्घटना के शिकार व्यक्ति की मदद करने जा रहा है, हम उसे 25,000 रुपये का पुरस्कार देंगे. साथ ही, अगर कोई मरीज दुर्घटना या दुर्घटना के बाद किसी अस्पताल में भर्ती होता है, तो हम उसे डॉक्टर से इलाज के लिए अधिकतम 1,50,000 रुपये या 7 साल का खर्च दे सकते हैं.”

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