two jcos officers died due to water tank explosion In army camp Ladakh
Ladakh Water Tank Explosion: लद्दाख के न्योमा इलाके में एक हादसे में दो जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ) की मौत हो गई. अधिकारियों ने मंगलवार (18 फरवरी) को इस घटना की जानकारी दी. लेह से 150 किलोमीटर दूर स्थित एक आर्मी कैंप में पानी की टंकी फटने से यह दर्दनाक हादसा हुआ.
इस हादसे में सूबेदार संतोष कुमार और नायब सूबेदार सुनील कुमार ने अपने प्राणों की आहुति दी. सेना ने कर्तव्य निभाते हुए बलिदान देने वाले इन वीर योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की. घटना रविवार, 16 फरवरी को हुई थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है.
बिहार के रहने वाले थे सूबेदार संतोष
बता दें कि शहीद सुबेदार संतोष कुमार बिहार के गया जिले के मंझियावां पंचायत स्थित अमोखर गांव के रहने वाले थे. संतोष 1999 में सेना में भर्ती हुए थे.
उत्तरी सेना के कमांडर ने शहीदों को किया नमन
उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुचिंद्र कुमार ने शहीदों को नमन किया और उनके सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया. उत्तरी कमान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “लेफ्टिनेंट जनरल कुमार और ध्रुव कमान के सभी रैंक के जवान लद्दाख में कर्तव्य पालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर योद्धा सूबेदार संतोष कुमार और नायब सूबेदार सुनील कुमार के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं.”
GOC, फायर एंड फ्यूरी कोर और सभी रैंक, 16 फरवरी 2025 को #लद्दाख में कर्तव्य की लाइन में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सूबेदार संतोश कुमार और नायब सूबेदार सुनील कुमार को सलाम करते हैं और इस शोक के समय शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।@adgpi @NorthernComd_IA pic.twitter.com/2WcnYKo5Pp
— DEFENCE DEFINE (@defencedefine) February 18, 2025
फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने भी दोनों जेसीओ की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, “जीओसी, फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स और सभी रैंक सूबेदार संतोष कुमार और नायब सूबेदार सुनील कुमार को नमन करते हैं. उन्होंने 16 फरवरी को लद्दाख में कर्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान दिया. इस दुखद घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.”
बलिदान को हमेशा किया जाएगा याद
भारतीय सेना के ये जांबाज कर्तव्य पथ पर शहीद होकर देश के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण का परिचय दे गए. पूरा देश उनकी सेवा, त्याग और बलिदान को नमन करता है.