Those Who Are Not In Their Senses Are Calling The Youth Addicts PM Modis Counterattack On Rahul Gandhis Statement – जो खुद होश में नहीं, वे युवाओं को नशेड़ी कह रहे : राहुल गांधी के बयान पर PM मोदी का पलटवार
राहुल गांधी ने हाल में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान वाराणसी में कहा था कि उन्होंने कुछ युवाओं को नशे में धुत्त होकर सड़कों पर लेटे हुए और रात में नाचते हुए देखा था, उत्तर प्रदेश का भविष्य (युवा) नशे में है.
पीएम मोदी ने दावा किया, “उत्तर प्रदेश सभी 80 लोकसभा सीटें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नाम करने वाला है.”
चेतावनी भरे लहजे में मोदी ने कहा, ”अरे घोर परिवारवादियों, काशी का नौजवान तो उत्तर प्रदेश को विकसित बनाने में जुटा है, अपना समृद्ध भविष्य लिखने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा कर रहा है. ‘इंडी’ गठबंधन द्वारा उत्तर प्रदेश के नौजवानों का अपमान कोई नहीं भूलेगा.” वह ‘इंडी’ गठबंधन से विपक्षी दलों के गठजोड़ ‘इंडिया’ का हवाला दे रहे थे.
मोदी ने कहा, ”घोर परिवारवादियों की यही असलियत होती है. हमेशा परिवारवादी युवा शक्ति से डरते हैं. युवा प्रतिभाओं से डरते हैं. उनको लगता है कि सामान्य युवा को अवसर मिला तो वो हर जगह चुनौती देगा. इनको वही लोग पसंद आते हैं जो उनकी दिन रात जय-जयकार करते रहें.”
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ पर हमला करते हुए कहा, ”मैं नहीं जानता था कि कांग्रेस को प्रभु श्रीराम से इतनी नफरत है. ये अपने परिवार और वोट बैंक से बाहर देख ही नहीं सकते, सोच ही नहीं सकते, तभी तो हर चुनाव के दौरान साथ आते हैं और जब परिणाम नील बटा सन्नाटा आता है तो एक दूसरे को गाली देते हुए अलग हो जाते हैं.”
उन्होंने कहा कि ये लोग (इंडिया गठबंधन वाले) नहीं जानते कि यह बनारस है, यहां ‘इंडिया’ गठबंधन का पैंतरा नहीं चलेगा. विपक्षी दलों के गठबंधन पर मोदी ने कहा, ”बनारस ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश को पता है कि माल वही है पैकिंग नई है.”
उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों को इस बार ज़मानत बचाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ेगा, क्योंकि “पूरे देश का मूड है-अबकी बार मोदी की गारंटी है, हर लाभार्थी को शत प्रतिशत लाभ… उत्तर प्रदेश ने भी सारी सीटें मोदी को देने का निर्णय लिया है. यानि उत्तर प्रदेश शत प्रतिशत सीटें राजग गठबंधन के नाम करने वाला है.”
प्रधानमंत्री ने कहा, “मोदी ने गारंटी दी है कि जिस पूर्वी भारत को उपेक्षित रखा गया, उसको विकसित भारत की प्रगति का ‘इंजन’ बनाऊंगा.”
हर हर महादेव के नारों से अपनी बात शुरू करते हुए मोदी ने भोजपुरी में कहा, ”काशी के धरती पर आज एक बार फिर आप लोगन के बीच आवे क मौका मिलल ह, जब तक बनारस नांहि आईलां, तब तक हमार मन नांहि मानेला. 10 साल पहिले आप लोग हमके बनारस क सांसद बनइला, 10 साल में बनारस हमके बनारसी बना देले ह.” (यानी मुझे आज एक बार फिर काशी की धरती पर आपके बीच आने का अवसर मिला है. जब तक मैं बनारस न आऊं, मेरा मन नहीं लगता. 10 साल पहले आपने मुझे बनारस का सांसद बनाया, 10 साल में बनारस ने मुझे बनारसी बना दिया.)”
प्रधानमंत्री ने 13 हजार करोड़ की परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास की चर्चा करते हुए कहा, ”ये परियोजना काशी के साथ-साथ पूर्वी भारत के विकास को गति देंगी.” परियोजनाओं को गिनाते हुए मोदी ने कहा कि इससे बनारस समेत पूरे पूर्वांचल के लिए नौकरी के बहुत अवसर बनेंगे.”
प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए कहा, ”पहले की सरकार हमारी सरकार की सोच में बहुत अंतर है. आत्मनिर्भर भारत तभी होगा जब देश की हर छोटी-छोटी शक्ति को जगाया जाए, जब उन्हें मदद दी जाए.” मोदी ने कहा, ”इसीलिए मैं ‘लोकल’ के लिए ‘वोकल’ रहता ही हूं और मैं जब ‘वोकल फॉर लोकल’ कहता हूं तो यह उन छोटे उद्यमियों का प्रचार है जो लाखों रुपये खर्च कर अखबारों व टीवी पर विज्ञापन नहीं दे सकते. स्थानीय उत्पाद बनाने वाले साथी का प्रचार मोदी खुद करता है.”
उन्होंने कहा, ”देश के हर छोटे किसान, हर छोटे उद्यमी का ‘अंबेसडर’ (दूत) आज मोदी है. जब मैं ‘मेक इन इंडिया’ कहता हूं तो छोटे उद्यमों को नई बुलंदी देने का प्रयास करता हूं.” मोदी ने कहा, ”जबसे विश्वनाथ धाम का पुनिनर्मिमाण हुआ है, तबसे 12 करोड़ से अधिक लोग काशी आ चुके हैं और इससे सबका रोजगार बढ़ा है.”
वाराणसी के कपड़ा क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान की आधारशिला रखी. उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक नए मेडिकल कॉलेज और ‘नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग’ की नींव भी रखी.
करखियांव में इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी खुली जीप में सवार होकर पहुंचे, उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे. जैसे ही प्रधानमंत्री को ले जा रहा वाहन धीरे-धीरे निर्धारित मंच की ओर आगे बढ़ा, दोनों तरफ एकत्र लोगों ने फूल बरसाए और हाथ हिलाए. प्रधानमंत्री ने भी भीड़ की ओर देखते हुए हाथ हिलाया और भीड़ की ओर हाथ जोड़े, जबकि योगी आदित्यनाथ हाथ जोड़कर खड़े रहे.
इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री ने संत रविदास की एक भव्य प्रतिमा का अनावरण किया और संत रविदास की 647वीं जयंती समारोह में भाग लिया.