Swami Avimukteshwarananda Demand for CM Yogi Adityanath resignation on Maha Kumbh Stampede | स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाकुंभ में भगदड़ की घटना से नाराज, कहा
Prayagraj News Today: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़ मच गई थी, जिसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना को लेकर ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बड़ा बयान सामने आया है.
एबीपी न्यूज से बात करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि इतनी सारी तैयारियों के बावजूद यह घटना घटित हुई, यह निश्चित रुप से दुखद है. उन्होंने कहा कि इतनी सारी तैयारियों के बावजूद यह घटना कैसे हुई? जबकि सरकार दावा को पता था और वे कह भी रहे थे कि 40 करोड़ लोग आएंगे, जब इतने लोग आ रहे थे तो वैसी व्यवस्था भी होनी चाहिए.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती कटाक्ष करते हुए कहा, “जितने लोगों के लिए अपने घर में भोजन हो, जितने लोगों के लिए बैठने की जगह हो, उतने ही लोगों को बुलाया जाता है.” उन्होंने कहा, “आपने 40 करोड़ की व्यवस्था की है और फिर घटना घटी तो फिर विचार का विषय है.”
भगदड़ की घटना पर क्या कहा?
ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि जब सुबह सोकर उठे तो एक समाचर संस्था से पता चला कि महाकुंभ में रात भगदड़ मच गई और 17 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, इससे हम सभी लोग चिंतित हो गए. बाद में पता चला कि सभी नावों को निरस्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि हमें समाचार मिला कि हम लोगों के लिए प्रशासन ने जो व्यवस्था बनाई थी, सब निरस्त कर दिया गया है. जिसके बाद हम लोगों को लगा कि यह घटना सही है.
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सुबह 10 बजे करीब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आया कि रात को भगदड़ मच गई, कुछ लोग घायल हो गए हैं. अफवाहों पर ध्यान ना दें. उनके सोशल मीडिया समेत अन्य जगहों पर भी मुख्यमंत्री के हवाले से खबरें चल रही थीं कि अफवाहों पर ध्यान ना दें, ऐसे में हम लोगों को यह घटना एक अफवाह लगी.
उन्होंने कहा, “इसके बाद मुख्यमंत्री का बयान आ गया कि जिसमें उन्होंने किसी के मृत्यु का जिक्र नहीं किया. इसके बाद हम लोगों को लगा कि यह अफवाह है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है.” उन्होंने स्वंय बयान दिया कि भगदड़ में कुछ लोग घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है और उन्होंने किसी के मौती जानकारी नहीं दी.”
‘सीएम योगी ने किया धोखा’
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, “मुख्यमंत्री ने स्वंय बयान दिया कि भगदड़ में कुछ लोग घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है और उन्होंने किसी के मौत की जानकारी नहीं दी. उनके इस बयान के बाद द्वारका पीठ और श्रृंगेरी पीठ के महारज जी से अनुरोध किया कि अब चल कर स्नान किया और फिर हम लोगों ने स्नान किया.” उन्होंने सवाल करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री ने हमारे साथ धोखा किया?” स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, “पहले अखाड़ों ने स्नान रद्द कर दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री के वक्तव्य का प्रभाव रहा, जिसमें उन्होंने का कि सब कुछ ठीक है तो सारे अखाड़ों के साथ संत महंतों ने स्नान किया.”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, “मुख्यमंत्री ने हमें धोखे में रखा कि घठना में कोई मौत नहीं हुई है.” उन्होंने कहा, “हिंदु धर्म में ये नियम है कि जब परिवार में किसी की मौत हो जाती है, विशेष रुप से इस तरह के परिस्थितियों में तो कोई भोजन नहीं करता है.”
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भावुक स्वर में कहा, “मौत की खबर के बाद क्या हम लोग एक दिन उपवास नहीं रख सकते थे, उनके लिए जो चले गए.” उन्होंने कहा, “आपने (मुख्यमंत्री) ने हमको ऐसा आभास करा दिया कि अफवाह चल रही है, कोई मौत नहीं हुई है. यह बहुत बड़ा धोखा है, संत, सनातनियों और हम लोगों के साथ धोखा है. देश के सामने इतना बड़ा झूठ क्यों बोला, झूठा मुख्यमंत्री.”
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने योगी सरकार पर महाकुंभ की घटना को छिपाने का आरोप लगाया. इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद मुख्यमंत्री क्यों छिपा रहे थे. उन्होंने कहा कि दुनिया बता रही थी इस घटना को, ऐसे में आज हमारी सबसे बड़ी जो पीड़ा है वो ये कि हमारा मुख्यमंत्री झूठा है. हमारी जो मृत आत्माएं हैं, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करने और उपवास करने के लिए भी मुख्यमंत्री ने मौका नहीं दिया.
‘कल का भोजन हमेशा देगा पीड़ा’
अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती से जब पूछा गया कि क्या यह अधिकारियों की लापरवाही है तो उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है. जांच के बाद पता चलेगा कि चूक कहां हुई है. उन्होंने कहा कि घटना के दिन वाला भोजन हमें सदा- सदा के लिए पीड़ा देगा, इसके लिए ड्यूटी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जिम्मेदार हैं.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इन पर विश्वास कर लिया. हम लोग कहीं जाकर देख नहीं सकते थे. हम लोगों को कहीं जाने भी नहीं दिया जा रहा था, क्योंकि सारे रोड ब्लॉक थे. उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में एक सोशल मीडिया का सहारा था, जिसमें सबसे प्रामाणिक सूचना का स्रोत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ही मान रहे थे.
इस मौके पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने सीएम योगी आदित्याथ को पद से बर्खास्त करने की भी मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा किसी भी योग्य व्यक्ति को योगी आदित्यनाथ की जगह मुख्यमंत्री बनाएं.
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