Sudhanshu Trivedi angry at Congress on the issue of Dr. Manmohan Singh’s memorial
Sudhanshu Trivedi targeted Congress: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटन को लेकर देश में सियासी पारा बढ़ा हुआ है. कांग्रेस ने आरोप लगाया था. कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए सरकार द्वारा स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है.
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार (27 दिसंबर) रात कहा कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी और इस बारे में उनके परिवार तथा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सूचित कर दिया गया है. इस मुद्दे पर भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.
‘मनमोहन सिंह को सम्मान देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध’
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन के बाद पूरा देश शोक में है. देश के आर्थिक विकास की आधारशिला रखने वाले व्यक्तित्वों को उचित सम्मान देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इसी के मद्देनजर कल कैबिनेट ने अपनी बैठक में निर्णय लिया कि मनमोहन सिंह जी की स्मृति में एक स्मारक और समाधि बनाई जाएगी और जो भी प्रक्रिया समय लगेगा, यह बात कांग्रेस पार्टी को बता दी गई है.
उन्होंने आगे कहा, “कैबिनेट के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अवगत करा दिया. सरकार ने यह स्मारक बनाने का निर्णय लिया है और अब भूमि अधिग्रहण ट्रस्ट और भूमि हस्तांतरण की प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद, इसमें जो भी समय लगेगा, जितना भी समय लगेगा, यह काम हो जाएगा. लेकिन यह बहुत दुख की बात है कि कांग्रेस पार्टी जिसने कभी भी डॉ. मनमोहन सिंह को उनके जीवनकाल में सम्मान नहीं दिया. आज उनकी मृत्यु के बाद भी उनके सम्मान का राजनीतिकरण होता दिख रहा है.”
‘दुख की घड़ी में राजनीति करना बंद कर देना चाहिए’
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “डॉ मनमोहन सिंह गांधी नेहरू परिवार के बाहर के पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने 10 साल तक प्रधानमंत्री का पद संभाला और मैं ये भी याद दिलाना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी ने नेहरू गांधी परिवार के बाहर के किसी भी प्रधानमंत्री को सम्मान नहीं दिया.कम से कम आज इस दुःख की घड़ी में राजनीति करना बंद कर देना चाहिए. जहां तक हमारी सरकार का सवाल है, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने दलीय भावना से ऊपर उठकर सभी नेताओं को सम्मान दिया है. जिस तरह से डॉ मनमोहन सिंह जी के कार्यकाल में उनके साथ व्यवहार किया गया, देश के पास कुछ भी छिपा नहीं है.”