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Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजार हुआ धाराशायी, इन वजहों से सेंसेक्स-निफ्टी में भारी गिरावट




नई दिल्ली:

आज भारतीय शेयर बाजार (Stock Market Crash) में बड़ी गिरावट देखने को मिली. खराब शुरुआत के बाद BSE सेंसेक्स (BSE Sensex) दोपहर के कारोबार में  1,400 अंकों की गिरावट के साथ 73,201 पर पहुंच गया, जबकि Nifty 50 में 426 अंकों की गिरावट आई और यह 22,119 पर आ गया. इस गिरावट की वजह सिर्फ घरेलू नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी उठापटक देखने को मिल रही है.  आइए, समझते हैं कि आज बाजार क्यों गिरा और इसके पीछे कौन-कौन से बड़े कारण हैं.  

1. अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों से बढ़ी चिंता 

अमेरिका से आए GDP (सकल घरेलू उत्पाद) आंकड़े कमजोर रहे, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई. अमेरिका की अर्थव्यवस्था (US Economy) धीमी हो रही है और यह दुनिया भर के बाजारों को प्रभावित कर रही है. Q4 GDP सिर्फ 2.3% आया, जो उम्मीद से कम था.  इसके चलते अमेरिकी बाजारों में कमजोरी दिखी. जिसके बाद विदेशी निवेशक (FII) भारत से पैसा निकालने लगे और भारतीय बाजार में बिकवाली बढ़ गई.  

2. डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ से सहमा बाजार

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने मेक्सिको, कनाडा और चीन पर नए टैरिफ (Import Duty) लगाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि4 मार्च से मेक्सिको और कनाडा से आने वाले सामानों पर 25% टैक्स लगेगा. चीन से आयात (Imports from China) पर भी 10% अतिरिक्त शुल्क लगेगा. साथ ही यूरोपीय संघ (EU) पर भी 25% टैरिफ लगाने की धमकी दी.  

इसके वैश्विक व्यापार युद्ध (Global Trade War) का खतरा बनता देख निवेशकों में डर बढ़ा, जिससे बाजार में बिकवाली तेज हो गई. इसके चलते भारतीय IT कंपनियों को झटका लगा, क्योंकि उनका कारोबार अमेरिकी बाजारों से जुड़ा है.  

3. विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी  

भारत में पिछले कुछ महीनों से विदेशी निवेशकों (Foreign Institutional Investors – FIIs) की बिकवाली हो रही है. फरवरी में FIIs ने ₹46,000 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि जनवरी से मिलाकर कुल ₹1.33 लाख करोड़ की बिकवाली हो चुकी है. इसका असर ये हुआ कि  बाजार में भारी गिरावट आई. घरेलू निवेशकों को इस बिकवाली को संभालना मुश्किल हो रहा है. इससे रुपए पर दबाव बढ़ा, जिससे रुपये की कीमत भी और कमजोर हो सकती है.  

 4. IT सेक्टर में भारी गिरावट  

आज बाजार में IT कंपनियों (Tech Stocks) के शेयर सबसे ज्यादा गिरे. निविडिया (Nvidia) जैसी अमेरिकी कंपनियों के शेयर गिरने से भारतीय IT सेक्टर पर असर पड़ा.  IT सेक्टर में 4% तक की गिरावट आई. सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर में  Persistent Systems ,Tech Mahindra  और Mphasis शामिल हैं.आने वाले समय में अमेरिका में मंदी का डर IT कंपनियों को नुकसान पहुंचा सकता है

 5. GDP डेटा का इंतजार

भारतीय निवेशक भारत की तीसरी तिमाही (Q3) GDP रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जिससे बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है. आज भारत की आर्थिक वृद्धि के आंकड़े जारी होंगे.अर्थशास्त्रियों के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही में भारत की जीडीपी विकास दर लगभग 6.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 6.8 प्रतिशत के अनुमान से थोड़ा कम है.

6. निफ्टी और सेंसेक्स का लगातार 5 महीने से जारी गिरावट  

भारतीय बाजार पिछले 5 महीनों से लगातार गिरावट में है. निफ्टी ने फरवरी में अब तक 5% की गिरावट दर्ज की है.  यह 29 सालों में सबसे लंबी गिरावट का सिलसिला है. वहीं,  सेंसेक्स अपने सितंबर 2024 के उच्चतम स्तर से 12,819 अंक नीचे आ चुका है.  इससे निवेशकों का आत्मविश्वास कमजोर हो गया. नए निवेशक बाजार में पैसा लगाने से डर रहे हैं. इसका आने वाले समय में बाजार में नई लिस्टिंग और IPOs पर भी असर पड़ सकता है.  

क्या निवेशकों को घबराने की जरूरत है?  

बाजार में गिरावट हमेशा डराने वाली होती है, लेकिन यह स्थायी नहीं होती. इसलिए निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है. लॉन्ग टर्म निवेशक (Long-Term Investors) के लिए यह खरीदारी का मौका भी हो सकता है. एक्सपर्ट की सलाह है कि घबराकर अपने शेयर न बेचें, बल्कि मजबूत कंपनियों में लंबी अवधि के लिए निवेश जारी रखें और बाजार में स्थिरता आने का इंतजार करें

निवेश से पहले जरूर लें एक्सपर्ट की सलाह

आज की गिरावट कई बड़े कारणों से हुई, जैसे अमेरिकी अर्थव्यवस्था की कमजोरी, ट्रंप की टैरिफ नीति, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और IT सेक्टर की गिरावट. हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव होता रहता है और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह एक अवसर भी हो सकता है.  अगर आप निवेश कर रहे हैं, तो धैर्य बनाए रखें और बाजार की चाल को समझकर ही कोई बड़ा फैसला लें. और किसी भी तरह के निवेश से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
 





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