Sitamarhi Lok Sabha Seat Devesh Chandra Thakur Statement Raised Political Temperature In Bihar ANN
सीतामढ़ी: 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है लेकिन इससे पहले ही बिहार की राजनीति में हलचल तेज है. विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर (Devesh Chandra Thakur) ने एक बड़ा बयान दिया है जिससे बिहार का सियासी पारा बढ़ गया है. गुरुवार (28 दिसंबर) को अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए देवेश चंद्र ठाकुर ने एलान कर दिया कि उनके सिवा कोई भी महागठबंधन का प्रत्याशी सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र से नहीं जीत सकेगा. अगर कोई जीत गया तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
यह बड़ा दावा कर देवेश ठाकुर ने एक तरह से महागठबंधन में विरोध का बिगुल फूंक दिया है. दरअसल, जब से महागठबंधन की ओर से सीतामढ़ी लोकसभा के संभावित उम्मीदवार के रूप में देवेश चंद्र ठाकुर ने अपने नाम की घोषणा की है उसके बाद से उनके खिलाफ पार्टी नेताओं की ओर से विरोध शुरू हो गया है. राणा रणधीर सिंह चौहान और पूर्व सांसद अर्जुन राय उनका विरोध खुलकर मुख्य रूप से कर रहे हैं.
मिली है चुनाव लड़ने की हरी झंडी
देवेश चंद्र ठाकुर ने दावा किया कि उन्हें महागठबंधन की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ने की हरी झंडी मिल गई है. कहा कि कुछ दिन पहले जेडीयू नेता राणा रणधीर सिंह चौहान के पटना स्थित आवास पर जिले के आरजेडी और जेडीयू नेताओं की बैठक हुई थी. इसमें किसी पिछड़ा वर्ग के नेता को सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाने की मांग की गई थी. उन्होंने कहा कि जिन्होंने पिछड़ों की बदौलत चुनाव में बाजी मारी थी उन्होंने पिछड़ों के लिए क्या काम किया है? क्या पिछड़ा समाज से गरीबी खत्म हो गई?
अर्जुन और चौहान का करेंगे विरोध
देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि पिछड़ा समाज से कब्बू खिरहर जैसे नेता चुनाव लड़ेंगे, तो वे पूरी मदद करेंगे, जबकि अन्य (अर्जुन राय और राणा रणधीर सिंह चौहान) का विरोध करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे नेताओं को वे चुनौती देते हैं कि पिछड़ा समाज के वोटरों के बीच ही चुनाव करा लें. अगर उनसे अधिक वोट कोई हासिल कर लेगा तो वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
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