Shri Jagannath Pahadia Medical College Bharatpur Ragging Case NMC Take Action ANN
Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज (Shri Jagannath Pahadia Medical College) में रैगिंग का मामला सामने आया है. बीते 4 वर्षों में ये दुसरी बार है जब मेडिकल कॉलेज से रैगिंग की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार देर रात MBBS के तीन सीनियर स्टूडेंट्स ने शराब के नशे में जूनियर स्टूडेंट्स को जगाया और फिर उन्हें मुर्गा बनाकर उनके साथ मारपीट की.
NMC पोर्टल पर की शिकायत
पीड़ित जूनियर स्टूडेंट्स ने नेशनल मेडिकल कमीशन पोर्टल (NMC) पर इसकी शिकायत कर दी. जिसके बाद NMC ने स्टूडेंट्स की शिकायत को मेडिकल कॉलेज प्रशासन के पास भेजा और जल्द से जल्द जांच पूरी करके कार्यवाही करने के लिए कहा. इसी के चलते मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा रैगिंग करने वाले मेडिकल छात्रों के परिजनों को भी कॉलेज प्रशासन ने तलब कर लिया और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की बात कही.
शिकायत लेटर में क्या लिखा?
जानकारी के मुताबिक, मेडिकल कॉलेज के MBBS फाइनल के छात्र दीक्षित गुर्जर ने NMC पोर्टल पर रैगिंग की शिकायत करते हुए लिखा, ‘हमारे तीन सीनियर स्टूडेंट्स पंकज विश्नोई , पंकज भरवा और योगेंद्र सैनी, नशा करके हमारे हॉस्टल के रूम में आ गए और सभी स्टूडेंट्स को एक दूसरे के लिए गाली देने के लिए कहा और मुर्गा बनाया जो हमने ऐसा नहीं किया तो हमारे साथ मारपीट की.’
पहले 6 महीने के लिए हुए थे टर्मिनेट
पोर्टल पर की गई शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर सुभाष बंसल ने रैगिंग करने वाले छात्रों के परिजनों को कॉलेज बुलाया. वहीं पीड़ित छात्रों ने रैगिंग करने वाले छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए कॉलेज प्रशासन को लिखा है. रैगिंग करने वाले इन 3 छात्रों ने वर्ष 2019 में जूनियर के साथ मारपीट की थी. तब इन छात्रों को 6 महीने के लिए टर्मिनेट किया गया था.
कमेटी होने के बाद भी शिकायतें
मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर सवाल उठता है कि कॉलेज में रैगिंग पर रोक लगाने के लिए कमेटी बना रखी है. मगर उसके बावजूद भी सीनियर स्टूडेंट्स जूनियर स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग कर प्रताड़ित करते हैं. यह पहला मामला नहीं है, बल्कि 4 वर्ष पहले भी रैगिंग का मामला सामने आया था. अब फिर कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है.
क्या कहना है प्रिंसिपल का?
जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुभाष बंसल ने बताया कि कल सुबह इन छात्रों के बीच आपसी मामले को लेकर संघर्ष हुआ था जिसकी सूचना हमारे पास आई थी. इसके बाद कॉलेज काउंसिल कमेटी की मीटिंग बुलाई गई. पीड़ित बच्चों को भी बुलाया गया. पीड़ित छात्रों का कहना था कि हमारा आपसी संघर्ष है. हमें अनुशासनात्मक कार्यवाई चाहिए. रैगिंग का कोई मामला नहीं है. पीड़ित छात्रों ने यह बात लिखित में कॉलेज प्रशासन को दी है. पीड़ित छात्र एमबीबीएस फाइनल के स्टूडेंट हैं और दूसरे छात्र उनसे सीनियर हैं, जो इंटर्नशिप कर रहे हैं.