SDM Jyoti Maurya Case Like In Haldwani Husband Sit On Dharna Against His Professor Wife Ann
Jyoti Maurya Case: उत्तर प्रदेश की ज्योति मौर्य प्रकरण पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसके बाद कई ऐसे और भी मामले सामने आ चुके हैं. इस बीच उत्तराखंड के हल्द्वानी में भी एक पति अपनी पत्नी से इंसाफ मांग रहा है और धरने पर बैठ गया है. हरिद्वार के रहने वाले नितिन जैन ने अपनी पत्नी को पढ़ा लिखा कर प्रोफेसर बनाया लेकिन नौकरी लगने के बाद पत्नी ने पति से धीरे-धीरे किनारा करना शुरू कर दिया. यही नहीं पत्नी ने पति पर कई तरह के आरोप लगाकर केस भी दर्ज कराया है, जिसके बाद पीड़ित पति न्याय के लिए बुद्ध पार्क में धरने पर बैठ गया है.
पीड़ित पति नितिन जैन का हरिद्वार में बड़ा कारोबार है. पति का आरोप है कि पढ़ाई के समय नितिन की मुलाकात अपनी पत्नी से हुई थी, जिसके बाद दोनो में दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया. 2014 में हरिद्वार कोर्ट में दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली. शादी के बाद सबकुछ ठीक चल रहा था. नितिन जैन ने अपनी पत्नी से आगे पढ़ाई जारी रखने को कहा और पत्नी को पढ़ा लिखा कर पीएचडी करा दी इसके बाद पत्नी की नौकरी शिक्षा विभाग रुद्रप्रयाग में लग गई, दोनों की एक बेटी भी है.
पति ने पत्नी पर लगाए गंभीर आरोप
नौकरी लगने के बाद पत्नी हरिद्वार के एक व्यक्ति से संपर्क आई, और एक साल बाद पत्नी का तबादला हल्द्वानी के राजकीय महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर हो गया. बस हल्द्वानी आने के बाद से नितिन की पत्नी उसे प्रताड़ित करने लगी. पति का आरोप है कि पत्नी ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में पति के खिलाफ कई मामले दर्ज करा दिए साथ ही पत्नी ने उसको उसकी बेटी से भी मिलने नहीं देती है.
ज्योति मौर्य प्रकरण के सामने आने के बाद नितिन जैन के अंदर हिम्मत आई ज्योति मोर्य के पति की तरह उन्होंने भी ठाना के अब वह भी अपनी बात को समाज के सामने रखेंगे अब पीड़ित पति हरिद्वार से आकर हल्द्वानी के बुध पार्क में पत्नी से परेशान होकर धरने पर बैठ गए हैं. उनकी मांग है कि उन्हें अपनी बेटी से मिलने दिया जाए और बेटी का वापस कर दिया जाए.
धरने पर बैठा पीड़ित पति
नितिन का कहना है कि उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ जब मामला दर्ज कराया तो कोर्ट के जरिए नितिन उसे 25000 रुपये खर्च के लिए भी देता आया है. पत्नी की प्रताड़ना इतनी बढ़ गई कि अब वो उसे धमकाने भी लगी है. उसके ऊपर झूठे मुकदमे लगाए गए हैं. ज्योति मौर्य के बाद उत्तराखंड में भी ये मामला अब सुर्खियों में आ गया है.
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