Sanjay Singh Close To Brij Bhushan Singh Says WFI Has Not Been Suspended We Do Not Consider Ad Hoc Committee
Sanjay Singh Remarks On WFI: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने सोमवार (8 जनवरी) को दावा किया कि डब्ल्यूएफआई को निलंबित नहीं किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि वह एडहॉक कमेटी को नहीं मानते हैं और नेशनल चैंपियनशिप कराएंगे.
संजय सिंह का यह बयान खेल मंत्रालय के एक दिन पहले (7 जनवरी) दिए गए उस बयान के बाद आया है जिसमें कहा गया था निलंबित भारतीय कुश्ती महासंघ के पास सीनियर नेशनल चैंपियनशिप आयोजित करने का कोई अधिकार नहीं है और निकाय की तरफ से कराए जाने वाले किसी भी कार्यक्रम को अस्वीकृत और गैर-मान्यता प्राप्त माना जाएगा.
क्या कुछ कहा संजय सिंह ने?
संजय सिंह ने सोमवार को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ”हमने घोषणा की है तो हमारी चैंपियनशिप होगी.” जब उनसे पूछा गया कि भारतीय कुश्ती महासंघ निलंबित किया गया है तो उन्होंने कहा, ”कहां संघ खत्म कर दिया गया, पहले सूचना तो आप लोग दुरुस्त करिए कि संघ खत्म नहीं किया गया है…”
संजय सिंह ने कहा, ”एडहॉक कमेटी जो बनाई गई, उसको हम नहीं मानते हैं.” उन्होंने कहा, ”अगला कदम अपना नेशनल (चैंपियनशिप) करा रहे हैं, अपना सारा काम करा रहे हैं हम.”
क्या मामले को कोर्ट में चैलेंज करेंगे संजय सिंह?
संजय सिंह से जब पूछा गया कि क्या वह मामले को हाई कोर्ट वगैरह में चैलेंज करेंगे, इस पर उन्होंने कहा कि लीगल ओपिनियन लेकर आगे कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, ”16 जनवरी को हमारी एग्जीक्यूटिव बॉडी की मीटिंग है, पूरी बॉडी, पूरी फेडरेशन जो डिसीजन लेगी वही सबको मान्य होगा.”
बजरंग पूनिया की वजह से हो रहा खिलाड़ियों का नुकसान- संजय सिंह
यह पूछे जाने कि बजरंग पूनिया ने जिस तरह से कहा है कि खिलाड़ियों का नुकसान हो रहा है, संजय सिंह ने कहा, ”खिलाड़ियों का नुकसान तो उन्हीं की वजह से हो रहा है. जूनियर पहलवान खुद ही बता रहे हैं कि किसकी वजह से नुकसान हो रहा है.”
पिछले महीने खेल मंत्रालय ने WFI को कर दिया था निलंबित
पिछले महीने डब्ल्यूएफआई के चुनाव होने के तीन दिन बाद खेल मंत्रालय ने नियमों के कई उल्लंघनों का हवाला देते हुए खेल निकाय को निलंबित कर दिया था और उसके बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने महासंघ के दिन-प्रतिदिन के काम के लिए तीन सदस्यीय एकहॉक कमेटी का गठन किया था.
हालांकि, निलंबित डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा था कि वे जल्द ही राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन करेंगे. उन्होंने जोर देकर कहा था कि वे न तो नव-निर्वाचित निकाय के निलंबन और न ही एडहॉक कमेटी को मान्यता देते हैं.
बता दें कि पिछले करीब एक साल में भारतीय कुश्ती अभूतपूर्व संघर्ष से घिरी नजर आई है. यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह (जोकि बीजेपी सांसद हैं) के करीबी संजय के विरोध में पहलवान बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री और विनेश फोगाट ने अपना अर्जुन पुरस्कार और खेल रत्न लौटा दिया. जिस दिन संजय ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष का चुनाव जीता उसी दिन साक्षी मलिक ने कुश्ती त्याग दी थी.
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