Sachin Pilot Signatures on list of Delhi Congress star campaigners Ashok Gehlot Rajasthan ann
Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को लेकर सियासी माहौल गर्म है. उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारक बनाया गया है. इसमें खास बात ये है कि 17 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारक की लिस्ट जारी हुई. उस लेटर में सचिन पायलट का सिग्नेचर हैं, जिसे लेकर राजस्थान में सियासी सुगबुगाहट तेज है.
इसके अलावा सचिन पायलट को कांग्रेस आलाकमान के करीब भी देखा गया है. सचिन पायलट इन दिनों लगातार राजस्थान में दौरे कर रहे हैं. जिसे लेकर यहां पर पार्टी में हलचल है. उनके राजनीतिक कद के बढ़ने की चर्चा है.
पायलट की एक्टिविटी बढ़ी
दरअसल, अशोक गहलोत इन दिनों स्वास्थ्य लाभ पर है. ऐसे में सचिन पायलट की एक्टिविटी बढ़ गई है. दिल्ली में कांग्रेस के नए राष्ट्रीय कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में सचिन पायलट राहुल गांधी के बगल वाली कुर्सी पर बैठे दिखे. वहीं से कयास लगने शुरू हो गए थे. अब यहां पर पायलट खेमे में उत्साह दिख रहा है.
लोकसभा चुनाव में पायलट अधिक सक्रिय?
लोकसभा चुनाव के दौरान सचिन पायलट राजस्थान में अधिक सक्रिय रहे हैं. जिसका असर कांग्रेस को फायदे में दिखा. उसके बाद उपचुनाव के दौरान सचिन पायलट ने कई सीटों पर दौरे किये थे. जबकि, अशोक गहलोत लोकसभा चुनाव और उपचुनाव में ज्यादा सक्रिय नहीं दिखाई दिए. दोनों खेमे में एक अजीब सा सन्नाटा था. लेकिन अब वो खत्म हो रहा है.
क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार?
राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार हरीश मलिक का कहना है कि सचिन पायलट के लिए बेहतर अवसर यही है. इस समय उनकी सक्रीयता बढ़ी है. पायलट के साथ कई जाति हैं. चूंकि, कांग्रेस में पायलट ही ऐसे नेता हैं, जिनकी पकड़ राजस्थान और दिल्ली दोनों जगह है. इसलिए अब उन्हें आलाकमान भी आगे लाना चाह रहा है.
वहीं, अशोक गहलोत वैभव को पार्टी में किसी बड़े पद पर एंट्री नहीं करा पा रहे हैं. हालांकि राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार अरविंद चोटिया का कहना है कि सचिन पायलट कितना ही काम कर लें लेकिन अशोक गहलोत समय पर वापसी कर लेते हैं.
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