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RAPIDX Train Has Many Special Safety Features Like CCTV Emergency Door Charging Point Communication With Loco Pilot And Many More Know In Detail


RAPIDX Train Special Safety Features: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रूट पर चलने वाली रैपिडेक्स (RAPIDX) ट्रेन में सफर का इंतजार खत्म होने को है. इस ट्रेन का लुक बुलेट ट्रेन की तरह है और इसमें सुविधाएं मेट्रो ट्रेन से भी बढ़कर हैं. सीसीटीवी कैमरे, इमरजेंसी डोर, लोको पायलट से कम्युनिकेशन समेत अन्य अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस यह ट्रेन कई मामलों में बेहद खास है.

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिक खंड के उद्घाटन से पहले बुधवार (18 अक्टूबर) को रैपिडएक्स ट्रेन का मीडिया प्रिव्यू आयोजित किया गया था. केंद्र और दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश की सरकारों के संयुक्त उद्यम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) द्वारा इस रैपिडेक्स ट्रेन को रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर पर चलाया जाना है. इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन का कॉरिडोर फिलहाल निर्माणाधीन है. 

मोबाइल लैपटॉप चार्जिंग से लेकर वाई फाई तक उपलब्ध 

ये ट्रेनें ओवरहेड लगेज रैक, वाई-फाई और हर सीट पर एक मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग आउटलेट जैसी यात्री सुविधाओं के अलावा कई सुरक्षा सुविधाओं से लैस हैं. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हर कोच में लगभग छह सीसीटीवी कैमरे हैं और इस कॉरिडोर पर यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता है.

आसानी से खोला जा सकेगा इमरजेंसी डोर
इसके अलावा आपातकालीन स्थिति में इमरजेंसी डोर खोलने वाली एक सिस्टम लगाई गई है. साथ ही ट्रेन ऑपरेटर से कम्युनिकेशन के लिए बटन दिए गए हैं. फायर सेफ्टी इक्विपमेंट भी मौजूद हैं.

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इमरजेंसी डोर के पास शीशे से ढकी गई एक कुंडी है. आपातकालीन स्थिति में शीशे को तोड़कर कुंडी को घुमाना है, जिसके बाद दरवाजा थोड़ा सा खुल जाएगा और उसके बाद हाथ से धक्का देकर इसे पूरा खोला जा सकता है.

हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि इस तंत्र को केवल RAPIDX ट्रेन में ट्रेन अटेंडेंट द्वारा संचालित किया जाना चाहिए. ट्रेन के प्रीमियम कोच में एक ट्रेन अटेंडेंट मौजूद रहेगा, लेकिन वह अन्य कोचों में भी घूम सकता है. उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में अटेंडेंट से संपर्क किया जा सकता है.

स्टेशन पर ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच गार्ड स्क्रीन
बेहतर सुरक्षा के लिए, प्रत्येक आरआरटीएस स्टेशन पर गार्ड स्क्रीन लगाए गए हैं, जिसे स्क्रीन डोर (पीएसडी) कहते हैं. ये पीएसडी रैपिडेक्स ट्रेन के दरवाजे और सिग्नलिंग प्रणाली के साथ हैं. यानी जब ट्रेन आएगी और रुकेगी तो ट्रेन का दरवाजा खुलने के साथ ही स्टेशन और ट्रेन के बीच की गार्ड स्क्रीन भी खुल जाएगी. और ट्रेन के गुजरने के बाद बंद हो जाएगी.

मोबाइल एप्लीकेशन पर मिलेगी हर एक सुविधा
अधिकारियों ने कहा कि यात्री RAPIDX कनेक्ट मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से आपातकालीन सहायता का भी लाभ उठा सकते हैं. अधिकारियों से भी कंप्लेंट करने की सीधी सुविधा स्टेशनों पर उपलब्ध हैं.

पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
एनसीआरटीसी को दिल्ली और मेरठ के बीच भारत के पहले आरआरटीएस के निर्माण की देखरेख का काम सौंपा गया है. पूरे 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर को जून 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को पहले खंड का उद्घाटन करेंगे और 21 अक्टूबर से यात्री सफर कर सकेंगे.

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