Ramesh Bidhuri Objectionable Remark Harnath Yadav And Other BJP Leaders Demanded Investigation Against BSP MP, Danish Ali Statement | बिधूड़ी के बयान पर सियासी संग्राम! BJP नेताओं ने लोकसभा स्पीकर से की जांच की मांग, दानिश अली बोले
Ramesh Bidhuri Remark Row: बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का मामला गहराता जा रहा है. विपक्षी दलों के नेताओं ने रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. जबकि बीजेपी (BJP) की ओर से दानिश अली (Danish Ali) पर उकसाने के आरोप लगाए गए हैं. इस मामले को लेकर रविवार (24 सितंबर) को भी सियासी हलचल तेज रही.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा, “कांग्रेस की तरफ से चिट्ठी लिखकर आपत्ति जताई है. जिस तरह से हमारे संसद भवन का अपमान किया गया है और नीचा दिखाया गया है हमने इसका विरोध किया है. हमने इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने और सदस्य को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने की मांग रखी है.”
लोकसभा अध्यक्ष ने अपनाया सख्त रुख
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने अपने सचिवालय को तथ्यों के संकलन के आदेश दिए हैं. सूत्रों के अनुसार, लोकसभा सचिवालय को दिये गये आदेश में कहा गया है कि इस मामले से जुड़े सभी तथ्यों को लोकसभा अध्यक्ष के सामने रखा जाये, इसमें वीडियो फुटेज, लोकसभा का रिकॉर्ड और लोकसभा के अन्य सदस्यों की ओर से दिये गये पत्र शामिल हैं. पूरी जांच पड़ताल के बाद मामले को एथिक्स कमेटी को भेजा जा सकता है.
लालू यादव ने दी प्रतिक्रिया
राजद प्रमुख लालू यादव ने बीजेपी सांसद की आलोचना करते हुए कहा, “जो कहा गया, ये ठीक नहीं है. ये बहुत गंदी बात है.” कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “संसद में जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया गया यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है.”
विवाद पर रमेश बिधूड़ी ने क्या कुछ कहा?
दानिश अली के खिलाफ की गई टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा, “स्पीकर (ओम बिरला) साहब उसे देख रहे हैं. उस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं.” इसी बीच रविवार को बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने पीएम मोदी के खिलाफ दानिश अली की कथित अपमानजनक टिप्पणी पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा.
बीजेपी के एक और सांसद ने लिखा पत्र
हरनाथ सिंह यादव ने कहा, “इस देश का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, मैंने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है और मुझे इस बात पर आश्चर्य हुआ कि रमेश बिधूड़ी ने संसद के अंदर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल क्यों किया, लेकिन जब मैं मामले की गहराई में गया, तो मुझे पता चला कि बसपा सांसद दानिश अली ने कहा कि पीएम मोदी ‘नीच’ हैं.”
दानिश अली पर उकसाने के आरोप लगाए
बीजेपी सांसद ने बीएसपी नेता पर उकसावे के आरोप लगाते हुए आगे कहा, “दानिश अली के इस तरह के अशोभनीय आचरण ने उन्हें (रमेश बिधूड़ी को) उकसाया. मैं संसद के अंदर किसी भी तरह की अपमानजनक टिप्पणी का समर्थन नहीं करता, लेकिन मुझे आश्चर्य है कि किसी भी विपक्षी नेता ने दानिश अली की इस टिप्पणी पर बात नहीं की.” बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी दानिश अली पर बिधूड़ी को उकसाने के आरोप लगाए थे.
दानिश अली ने किया पलटवार
इसपर बीएसपी सांसद दानिश अली ने रविवार को कहा, ”मैं लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध करता हूं कि इसकी जांच की जानी चाहिए क्योंकि यह विशेषाधिकार हनन का एक और मामला है. मैं मांग करता हूं कि निशिकांत दुबे ने जो लिखा है उसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.”
दानिश अली ने कहा, “अगर निशिकांत दुबे जो कह रहे हैं वह सच है, इसका वीडियो भी होना चाहिए. क्या यह सच है कि बीजेपी के सभी सांसद वहां बैठकर हंस रहे थे? इसका मतलब है कि वे पीएम के समर्थन में नहीं आए थे. उन्होंने सदन में मेरी मौखिक लिंचिंग की और अब वे बाहर भी मेरी लिंचिंग की कोशिश कर रहे हैं.”
विपक्षी नेताओं के निशाने पर बीजेपी
सीपीआई (एम) नेता बृंदा करात ने निशिकांत दुबे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “निशिकांत दुबे का आरोप झूठ है. बीएसपी सांसद दानिश अली के साथ जो हुआ वह मौखिक लिंचिंग थी. सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, गिरफ्तारी होनी चाहिए. किसी भी सांसद को ऐसा विशेषाधिकार नहीं है कि वह दूसरे सांसद के खिलाफ सिर्फ इसलिए ऐसे बुरे शब्दों का इस्तेमाल कर सके क्योंकि वह एक खास समुदाय से है.”
रवि किशन ने स्पीकर को लिखा पत्र
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक अन्य सांसद रवि किशन ने रविवार को लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर दानिश अली के आचरण की जांच करने का आग्रह किया है. उन्होंने अली पर सदन में असंसदीय कृत्यों में शामिल होने और आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में रवि किशन ने कहा, “बिधूड़ी ने दानिश अली के खिलाफ जो भी शब्द इस्तेमाल किए हैं, वे किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं हैं, लेकिन जिन परिस्थितियों में सदन में एक सांसद की ओर से किसी अन्य सांसद के खिलाफ ऐसे आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया, उन पर गौर फरमाने और उनकी जांच किए जाने की जरूरत है.”
संजय राउत ने की आलोचना
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा, “एक लोकसभा सदस्य दूसरे सांसद के धर्म और जाति पर टिप्पणी करता है. यह गलत है और इस प्रकार के व्यक्ति को संसद में नहीं होना चाहिए. नई संसद की पवित्रता और गरिमा बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है. यदि विपक्ष के किसी सांसद ने इस प्रकार की अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया होता, तो भी मेरा यही रुख होता.”
बीजेपी ने जारी किया है नोटिस
बीजेपी ने दानिश अली के खिलाफ असंसदीय भाषा के इस्तेमाल के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर सांसद रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. बता दें कि, गुरुवार को लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने दानिश अली पर टिप्पणी की थी. इसके बाद सांसद अली ने कहा था कि अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वह सदन की सदस्यता छोड़ने पर विचार कर सकते हैं.
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