Rajiv Gandhi Achievement By Putting Up Poster War In Patna Regarding Ram Mandir Opening Ann
पटना: दो दिन बाद 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) का उद्घाटन होने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इसमें शामिल होंगे. बीजेपी (BJP) पूरे देश भर में इसका प्रचार प्रसार कर रही है. बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए मुद्दा के रूप में इसे देख रही है. वहीं, अब कांग्रेस भी इसका श्रेय लेने में जुट गई है. पटना के आयकर गोलंबर पर कांग्रेस (Congress) नेता तथा कांग्रेस के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रहे सिद्धार्थ क्षत्रिय ने एक पोस्टर लगाया है जिसमें अयोध्या में राम मंदिर बनने पर कांग्रेस को बधाई दी है. पोस्टर में सबसे ऊपर लिखा गया है कि ’22 जनवरी 2024 राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हेतु कांग्रेस एवं गांधी परिवार को आभार और बधाई’
राजीव गांधी की है तस्वीर
पोस्टर में अयोध्या राम मंदिर और भगवान श्री राम की तस्वीर लगाई गई है तो सबसे ऊपर एक तरफ में राजीव गांधी और दूसरी साइड में पीवी नरसिम्हा राव की तस्वीर लगाई गई है और राजीव गांधी की तस्वीर के पास लिखा हुआ है ‘राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में राजीव गांधी की अहम भूमिका है. एक फरवरी 1986 को जब विवादित परिसर का ताला खुला तब देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ही थे, उन्हीं के प्रयासों से वहां मंदिर का ताला खुला था और श्रद्धालुओं को अंदर जाने की इजाजत मिली थी.’
सिद्धार्थ क्षत्रिय ने लगाया है पोस्टर
पोस्टर के नीचे सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बड़ी तस्वीर लगाई गई है. साथ ही कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को दिखाया गया है. सबसे बड़ी बात है कि पोस्टर के सबसे नीचे लिखा गया है ‘राम मंदिर कांग्रेस के लिए आस्था और बीजेपी के लिए चुनावी’ पोस्टर लगाने वाले सिद्धार्थ क्षत्रिय ने बताया कि राम मंदिर को लेकर बीजेपी चुनावी राजनीति कर रही है. राजनीति के लिए जगह तो दिल्ली है लेकिन बीजेपी उसे अयोध्या में ले जाना चाहती है और राम मंदिर का श्रेय लेना चाहती है.
राजीव गांधी ने ताला खुलवाया था- सिद्धार्थ क्षत्रिय
आगे सिद्धार्थ क्षत्रिय ने कहा कि मंदिर अभी पूरा बना नहीं है. देश के चारों शंकराचार्य इसका विरोध कर रहे हैं, लेकिन चुनावी हथकंडा के कारण बीजेपी मंदिर का उद्घाटन करवा रही है जबकि राम मंदिर में अहम भूमिका कांग्रेस की थी और राजीव गांधी ने इसका पहल किया था. हमारे प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव 2008 में अध्यादेश लाए थे. जिस वक्त राजीव गांधी ने ताला खुलवाया था, उस वक्त बीजेपी तो विरोध कर रही थी.
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