Rajasthan: दलपत पुरोहित का सम्मान समारोह साबित हुआ फ्लॉप शो, हुई किरकिरी, अब इलाके में इस बात की चर्चा
<p style="text-align: justify;"><strong>Rajasthan Latest News:</strong> राजस्थान के सिरोही और जालोर बीजेपी जिलाध्यक्षों का सम्मान कार्यक्रम दोनों जिलाध्यक्षों समेत मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि नेताओं के शामिल न होने से फेल हो गया. इस कार्यक्रम का आयोजन ग्राम पंचायत मंडवारिया के पूर्व सरपंच दलपत पुरोहित ने खुद को भाजपाई साबित करने के लिए अपने गांव में किया था. यही वजह है कि उनकी जमकर किरकिरी हुई. सिरोही जिले का यह पहला ऐसा कार्यक्रम है, जिसमें जिनका सम्मान होना था वही अतिथि थे. </p>
<p style="text-align: justify;">इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पुरोहित समाज के सबसे बड़े धाम आसोतरा के गादीपति संत तुलसाराम महाराज ने कोई कसर नहीं छोडी थी. राजस्थान के सियासी गलियारे में इस कार्यक्रम की अब खूब चर्चा हो रही है. </p>
<p style="text-align: justify;">दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी संयम लोढा के सिपहसालार बन प्रचार में जुटे मंडवारिया के सरपंच दलपत राजपुरोहित ने विधानसभा चुनाव से पहले संयम लोढा से दूरी बनाकर बीजेपी से स्थानीय व्यक्ति को टिकट देने की पैरवी थी. बीजेपी ने ओटाराम देवासी को प्रत्याशी बनाया तो उन्होंने चुनाव से दूरी बना ली. इसके बावजूद ओटाराम देवासी चुनाव जीत गए. उसके बाद राजपुरोहित ने खुद को भाजपाई होने का राजनीतिक दांव खेलना शुरू कर दिया था. </p>
<p style="text-align: justify;">राजपुरोहित ने इस रणनीति के तहत रविवार शाम को उनके गांव मंडवारिया में सिरोही और जालोर के नवनियुक्त भाजपा जिलाध्यक्षों का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, सांसद लुंबाराम चौधरी, आहोर विधायक छगन सिंह पुरोहित, पिंडवाडा विधायक समाराम गरासिया, जिला प्रमुख अर्जुन राम पुरोहित, बीजेपी किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष गणपत सिंह राठौड़, पूर्व विधायक जगसीराम कोली सहित दर्जनों नेताओं को बुलाया गया था. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कार्यक्रम के प्रचार में कोई कसर नहीं छोडी, फिर भी फेल</strong></p>
<p style="text-align: justify;">दलपत पुरोहित ने कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग्स, पोस्टर व बैनर लगाए गए थे. बावजूद इसके जालोर जिला अध्यक्ष जसराज पुरोहित एवं सिरोही जिला अध्यक्ष डाॅ. रक्षा भंडारी कार्यक्रम में नहीं पहुंची. जबकि दोनों का इस कार्यक्रम के दौरान सम्मान होना था. कार्यक्रम में बतौर अतिथि सिर्फ कैलाश नगर मंडल अध्यक्ष व बरलूट मंडल अध्यक्ष ही पहुंचे. उन्होंने भी मौके की स्थिति को समझ कर वहां से जल्दी चलने में अपनी समझदारी दिखाई. </p>
<p style="text-align: justify;">इतने बडे आयोजन में सम्मान पाने वाले और अतिथि दोनों के ही नहीं पहुंचने का यह अपने आप में पहला मामला है. राजनीति के जानकारों का कहना है कि दलपत पुरोहित भले ही अपने आपको भाजपाई समझे, लेकिन भाजपाई इन्हें कांग्रेसी ही मान रहे हैं. बीजेपी नेताओं के ना पहुंचने के बाद से इलाके में बीजेपी के कोर वोटर समाज की अनदेखी किए जाने की भी चर्चाएं चरम पर है. </p>
<p style="text-align: justify;">दलपत पुरोहित ने मीडिया को बताया कि उन्होंने ये कार्यक्रम दोनों जिलाध्यक्ष समेत अतिथियों की सहमति से ही रखा था. सिरोही जिलाध्यक्ष भंडारी से एक शादी समारोह में व्यक्तिगत मुलाकात कर उनको कार्यक्रम में आने का न्योता दिया था. सांसद लुंबाराम के पीएसओ दिनेश चौधरी व उनके बेटे कानाराम चौधरी को फोन पर बातचीत कर सांसद को भी आमंत्रित किया था. राज्यमंत्री देवासी के बेटे विक्रम देवासी को फोन पर बातचीत कर मंत्री देवासी को आमंत्रित किया था.</p>
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<p style="text-align: justify;"><br /><strong>(गणपत सिंह मंडोली की रिपोर्ट)</strong></p>
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