Rajasthan Election 2023 Rural District Vote Percentage Between Urban Area
Rajasthan Election 2023 : राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव 2023 में जहां एक तरफ मतदान के रिकॉर्ड टूट गए हैं. वहीं, राजस्थान के कई जिलों में शहर की तुलना में ग्रामीण इलाकों में अधिक मतदान हुआ है. ये वो जिले हैं जहां पर कांग्रेस को पिछली बार अधिक बढ़त मिली थी. इन जिलों में अधिक मतदान के कई अर्थ और संकेत निकाले जा रहे हैं.
इसमें कई जिले ऐसे हैं, जिनमें पिछली बार भारतीय जनता पार्टी का खाता भी नहीं खुला था. वहां पर शहर की तुलना में अधिक मतदान हुआ है. अलवर, बीकानेर, दौसा, धौलपुर, करौली, नागौर, भरतपुर, झुंझनूं, सीकर के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक मतदान हुआ है. जहां पर अब नए सियासी समीकरण बनते हुए नजर आ रहे हैं. इन क्षेत्रों में साल 2013 में भी बड़े बदलाव देखे गए थे. उसी आधार पर इस बार इन मतदान प्रतिशत को जोड़ा जा रहा है.
ये हैं वो जिले
अलवर जिले में कुल 11 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से अधिक पर कांग्रेस का कब्जा रहा है लेकिन इस बार जहां शहरी क्षेत्रों में 71.01 प्रतिशत मतदान हुआ है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 75.48 प्रतिशत मतदान हुआ है. जो चार प्रतिशत से अधिक है. दौसा जिले में कुल 5 विधानसभा सीटें हैं, जहां पर सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्जा रहा है. इस बार जहां शहरी क्षेत्रों में 74.39 वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में उतना ही मतदान हुआ है. धौलपुर में कुल चार विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से तीन पर कांग्रेस का कब्जा है. इस बार यहां पर मतदान शहरी क्षेत्रों में 73.13 प्रतिशत हुआ है तो ग्रामीण क्षेत्रों में 79.75 प्रतिशत मतदान हुआ है.
करौली जिले में कुल चार विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से सभी पर कांग्रेस का कब्जा है. इस बार यहां पर शहरी क्षेत्रों में 67.72 प्रतिशत तो ग्रामीण में 69.55 प्रतिशत मतदान हुआ. भरतपुर में सभी सीटों पर बीजेपी आउट रही है. इस बार यहां पर शहरी क्षेत्रों में 68.60 और ग्रामीण क्षेत्रों में 72.58 प्रतिशत मतदान हुआ है. नागौर 10 विधानसभा सीटों पर बीजेपी कमजोर रही है. इस बार यहां के शहरी क्षेत्रों में और ग्रामीण क्षेत्रों में बराबर मतदान हुआ है.
झुंझनूं और सीकर में कांग्रेस का दबदबा रहा है. इन सीटों पर शहर की तुलना में ग्रामीण में अधिक मतदान हुआ है. जयपुर जिले में कुल 19 विधानसभा सीटें हैं, जिनपर इस बार के मतदान में कई बड़े संकेत दिए हैं. चूरू जिले में भी इस बार मतदान ग्रामीण क्षेत्रों में 77 प्रतिशत जो कि शहर की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक हुआ है.
बड़े उलटफेर के संकेत
ये वो जिले हैं जहां से कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा आते हैं. इस बार यहां पर माहौल पूरा बदला हुआ है. क्योकि, इन दो नेताओं ने इस बार कम दौड़ लगाई है. इसलिए बड़े उलटफेर के संकेत मिल रहे हैं.