Rajasthan: अब मेवाड़ में सुनाई देगी बाघ की दहाड़, NTCA ने दी कुंभलगढ़ सेंचुरी को टाइगर रिजर्व बनाने की मंजूरी
Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) के मेवाड़ (Mewar) में लंबे समय से चली आ रही टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) की मांग पूरी हो गई है, क्योंकि कुंभलगढ़ सेंचुरी (Kumbhalgarh Wildlife Sanctuary) में टाइगर रिजर्व बनाने के लिए एनटीसीए (NTCA) ने मंजूरी दे दी है. राजस्थान में कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व का रास्ता साफ हो गया है. हालांकि अभी एक या दो दिन में नोटिफिकेशन जारी होगा. इसके बाद में यहां जो भी टाइगर रिजर्व के लिए कार्य होने से उन पर काम शुरू हो जाएगा. कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व राजसमंद जिले में आता हैं. इस मामले पर यहां की सांसद और एनटीसीए कमेटी की सदस्य सांसद दिया कुमारी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
राजसमंद सांसद दिया कुमारी ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए बताया “राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की तरफ से मंजूरी मिल गई है और प्रदेश के चौथे टाइगर रिजर्व के रूप में कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व का रास्ता साफ हो गया है. अब इसमें जो भी कमियां हैं यानी कि बाघों को यहां पर बेहतर आवास मिल सके, उसके लिए काम शुरू होना है. उन्होंने यह भी बताया कि अभी नोटिफिकेशन जारी होना बाकी है. इसके बाद से टाइगर रिजर्व का काम शुरू हो जाएगा.”
सांसद दिया कुमारी ने क्या बताया
उन्होंने बताया कि पिछले दो साल से लगातार प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए कमेटी भी बनी. सर्वे भी किया और पॉजिटिव रिपोर्ट एनटीसीए को प्रस्तुत की थी. इसके बाद से एनटीसीएनए ने इसे मंजूरी दी है. सांसद दीया कुमारी ने आगे बताया कि मंजूरी तो मिल गई है, लेकिन अभी लंबा सफर तय करना है जिसमें दो साल तक भी लग सकते हैं. पहले यहां पर बाघों के लिए बेहतर आवास डेवलप किया जाएगा. बाघों के लिए बेहतर हंटिंग, ग्रासलैंड जमीन सहित अन्य जो मानक हैं, उस पर काम किया जाएगा.
उन्होंने यह भी बताया कि सारी चीजें नोटिफिकेशन जारी होने के बाद ही साफ हो पाएगी. बता दें राजस्थान में रणथंभौर, सरिस्का, मुकुन्दरा हिल्स और रामगढ़ टाइगर रिजर्व हैं. अब कुंभलगढ़ होगा. जोकि उदयपुर और पाली जिले में रावली टाटगढ़ अभ्यारण्य में भी शामिल है. कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व की बात करें तो इसमें अभी जंगल सफारी होती है और यहां बड़ी संख्या में पैंथर भालू सहित अन्य वन्यजीव हैं.