Rahul Narwekar Maharashtra MLAs Disqualification Case Hearing Shiv Sena Eknath Shinde Uddhav Thackeray Faction
Rahul Narwekar: महाराष्ट्र में शिवसेना के विधायकों की अयोग्यता को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. विधायकों की अयोग्यता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर अगले हफ्ते सुनवाई करेंगे. इसलिए विधायकों की वास्तविक सुनवाई अब शुरू होगी. विधायकों की वास्तविक सुनवाई अगले सप्ताह से शुरू होगी. सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि सुनवाई की शुरुआत ठाकरे गुट के 14 विधायकों से होगी. यह बात भी सामने आई है कि हर दिन एक विधायक की सुनवाई होगी.
दोनों गुटों को जारी हुआ था नोटिस
TV9 मराठी के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शिवसेना के शिंदे और ठाकरे दोनों गुटों को नोटिस जारी किया था. इस नोटिस में दोनों गुटों के विधायकों को अपनी बात रखने के लिए समय दिया गया था. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष की ओर से एक निश्चित समय के अंदर अपना जवाब पेश करने का आदेश भी दिया गया. इसके बाद ठाकरे गुट के विधायकों ने राहुल नार्वेकर के नोटिस का जवाब दाखिल किया.
उधर, शिंदे गुट के विधायकों ने नोटिस का जवाब देने के लिए समय बढ़ाने की मांग की थी. शिंदे गुट के विधायकों ने विधानमंडल के मानसून सत्र का हवाला देते हुए समय बढ़ाने का अनुरोध किया था. विधानसभा अध्यक्ष ने शिंदे गुट के विधायकों की मांग मान ली थी. इसके बाद एक अहम अपडेट आ रहा है.
पहले किसकी होगी सुनवाई?
चूंकि ठाकरे समूह के विधायकों ने अपना जवाब विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को सौंप दिया है, इसलिए अब पहले उनकी बात सुनी जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष हर विधायक की बात सुनने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक, राहुल नार्वेकर हर दिन एक विधायक की बात सुनने जा रहे हैं. इस बीच संभावना है कि शिंदे गुट अपना लिखित बयान विधानसभा अध्यक्ष के सामने पेश करेगा. इसके बाद उनकी बात भी व्यक्तिगत रूप से सुनी जायेगी.
ठाकरे समूह की ओर से बार-बार अनुरोध किया गया कि स्पीकर 16 विधायकों की अयोग्यता के मुद्दे पर जल्द फैसला लें. कहा गया कि दोनों पक्षों के विधायकों की बात सुनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर उचित निर्णय लेंगे. इस बीच, ठाकरे समूह एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट चला गया था. एक तरफ ये सब घटनाक्रम चल ही रहा था कि खबर सामने आई कि सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा स्पीकर को नोटिस भेजा है. बताया गया कि कोर्ट ने विधायकों की अयोग्यता को लेकर विधानसभा स्पीकर ने क्या कार्रवाई की और क्या जानकारी ली, इसकी जानकारी दो हफ्ते के अंदर दाखिल करने का आदेश दिया है. इसके बाद यह जानकारी सामने आई कि विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों गुटों को अपनी बात रखने के लिए नोटिस जारी किया है.