News

Rahul Gandhi Record Biggest Margin Win In Gandhi Family Indira Gandhi Rajiv Gandhi Sonia Gandhi And Priyanka Gandhi Know Details


Gandhi Family Historic Win: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भले ही कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जीत नहीं दिला पा रहे हों लेकिन उनके नाम ऐसी जीत दर्ज है, जो गांधी परिवार में कोई नहीं कर पाया. हाल ही में वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 4 लाख के मार्जिन से जीत हासिल की, जिसकी चर्चा चारों ओर हुई.

इसके बाद से चर्चा की जाने लगी कि गांधी परिवार के अब तक के इतिहास में किसने सबसे बड़ी जीत हासिल की. इंदिरा गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक के चुनावी जीत पर नजर दौड़ाई जाए तो गांधी परिवार में अभी तक राहुल गांधी ने सबसे बड़ी जीत हासिल की है. आइए नजर डालते हैं गांधी परिवार की सबसे बड़ी चुनावी जीत पर.

इंदिरा गांधी-

उन्होंने 1967 में रायबरेली से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 1,43,602 वोट मिले थे. उन्होंने अपने विरोधी बीसी सेठ 91703 वोटों से हराया था. बीसी सेठ को 51,899 वोट मिले थे.

1971 के चुनाव में इंदिरा गांधी को 1,83,309 वोट मिले थे और उन्होंने अपने विरोधी राज नारायण को 1,11,810 वोटों से हराया था. राज नारायण को 71,499 वोट मिले थे.

1977 का चुनाव इंदिरा गांधी राज नारायण से लगभग 55 हजार वोटों से हार गईं थीं.

1980 के चुनाव में इंदिरा गांधी को 2,23,903 वोट मिले और राजमाता विजयराजे सिंधिया को 50,249. इस तरह से इंदिरा ने 1,73,654 वोटों से जीत दर्ज की.

राजीव गांधी-

1981 के उपचुनाव में राजीव गांधी ने शरद यादव को 237,000 वोटों से हराया था.

1984 में राजीव गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें 3,65,041 वोट मिले. जबकि उनकी विरोधी मेनका गांधी को 50,163 वोट मिले. इस तरह से ये चुनाव राजीव गांधी ने 3,14,878 वोटों से जीता.

1989 में राजीव गांधी को 2,71,407 और उनके विरोधी राज मोहन गांधी को 69,269 वोट मिले, इस तरह से ये चुनाव उन्होंने 2,02,138 वोटों से जीता.

1991 का चुनाव राजीव गांधी ने 1,12,85 वोटों से जीता.

सोनिया गांधी-

सोनिया गांधी ने 1999 में कर्नाटक के बेल्लारी और यूपी के अमेठी से चुनाव लड़ा था. बेल्लारी में उन्होंने सुषमा स्वराज को 56,100 वोटों से हराया था. जिसमें उन्हें 4,14,650 और सुषमा स्वराज को 3,58,550 वोट मिले थे.

वहीं, अमेठी की सीट सोनिया ने 3,00,012 वोटों से जीती और इसका प्रतिनिधित्व किया.

2004 में सोनिया गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ा और 2,49,765 वोटों से जीत हासिल की. इसके बाद 2006 में उन्होंने कुछ आरोपों के चलते लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. मई 2006 में वह अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली से 400,000 से अधिक मतों के अंतर से फिर से चुनी गईं.

2009 का चुनाव उन्होंने 3,72,165 वोटों से जीता.

2014 में सोनिया गांधी राय बरेली से 3,52,713 वोटों से जीता.

2019 का चुनाव सोनिया गांधी ने 1,67,178 वोटों से जीता.

राहुल गांधी-

2004 में राहुल गांधी ने अमेठी से 2,90,853 वोटों से जीती थी.

2009 में राहुल गांधी ने अमेठी से 3,70,198 वोटों से जीता.

2014 का चुनाव अमेठी से 1,07,903 वोटों से जीता.

2019 का चुनाव राहुल गांधी अमेठी से हार गए और वायनाड से उन्होंने 4,31,770 वोटों से चुनाव जीता.

2024 में राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड से चुनाव लड़ा और दोनों ही जगह जीत हासिल की. रायबरेली में उन्होंने 3,90,030 वोटों से जीत हासिल की तो वायनाड से 3,64,422 वोटों से जीत हासिल की और अभी वो रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

प्रियंका गांधी-

2024 में राहुल गांधी की ओर से वायनाड सीट छोड़ने के बाद प्रियंका गांधी ने पहली बार लोकसभा उप चुनाव लड़ा और उन्होंने 4,10,931 वोटों के अंतर से चुनाव जीता.

गांधी परिवार में किसकी सबसे बड़ी जीत

इंदिरा गांधी की सबसे बड़ी जीत-

1980 के चुनाव में इंदिरा गांधी को 2,23,903 वोट मिले और राजमाता विजयराजे सिंधिया को 50,249. इस तरह से इंदिरा ने 1,73,654 वोटों से जीत दर्ज की.

राजीव गांधी की सबसे बड़ी जीत-

1984 में राजीव गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें 3,65,041 वोट मिले. जबकि उनकी विरोधी मेनका गांधी को 50,163 वोट मिले. इस तरह से ये चुनाव राजीव गांधी ने 3,14,878 वोटों से जीता.

सोनिया गांधी की सबसे बड़ी जीत-

मई 2006 में वह अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली से 400,000 से अधिक मतों के अंतर से फिर से चुनी गईं.

राहुल गांधी की सबसे बड़ी जीत-

2019 का चुनाव राहुल गांधी अमेठी से हार गए और वायनाड से उन्होंने 4,31,770 वोटों से चुनाव जीता.

प्रियंका गांधी की सबसे बड़ी जीत-

2024 में राहुल गांधी की ओर से वायनाड सीट छोड़ने के बाद प्रियंका गांधी ने पहली बार लोकसभा उप चुनाव लड़ा और उन्होंने 4,10,931 वोटों के अंतर से चुनाव जीता.

ये भी पढ़ें: ‘मुझे भी लेने दो फोटो’, जब प्रियंका गांधी की संसद में पहली बार एंट्री पर राहुल गांधी बने फोटोग्राफर



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *