Priyanka Gandhi Wore Kerala Kasavu Saree During Oath Brings Memories Of Grandmother Indira
Priyanka Gandhi Oath: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार (28 नवंबर) को लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली. वह केरल की वायनाड लोकसभा सीट के लिए हाल में संपन्न उपचुनाव में सदन की सदस्य निर्वाचित हुई हैं. प्रियंका ने हिंदी भाषा में शपथ ली और इस दौरान उन्होंने संविधान की एक प्रति अपने हाथ में ले रखी थी. प्रियंका का लोकसभा में प्रवेश सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट नहीं था बल्कि एक बड़ा संदेश था. प्रियंका की केरल की कासुवा साड़ी ने कई लोगों को युवा इंदिरा गांधी की याद दिला दी, जो संसद में अपने समय के दौरान अक्सर इसी तरह की पारंपरिक साड़ियों में देखी जाती थीं.
इंदिरा गांधी से उनकी समानता अस्वाभाविक थी. कई लोगों ने देखा कि कैसे प्रियंका गांधी की उपस्थिति ने उनकी दादी और तीन बार की प्रधानमंत्री की यादें ताजा कर दीं. इंदिरा गांधी, जो अपने शक्तिशाली व्यक्तित्व के लिए सबसे ज्यादा जानी जाती थी. आम लोगों से जुड़ने के लिए अक्सर अपने पहनावे का इस्तेमाल करती थीं. प्रियंका गांधी की साड़ी का चुनाव भी उसी भावना को दर्शाता है.जब एक मीडियाकर्मी ने उनसे पूछा कि क्या शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उन्हें अपनी दादी की याद आई, तो प्रियंका ने जवाब देते हुए कहा, “हां, मुझे उनकी याद आई और मुझे अपने पिता की भी याद आई.”
कासुवा साड़ी केरल की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक
कासुवा साड़ी सिर्फ एक पोशाक नहीं बल्कि यह केरल की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है. शपथ ग्रहण समारोह के दौरान इसे पहनने का प्रियंका गांधी का निर्णय भी वायनाड के लोगों के लिए एक सम्मान के जैसा है. जिन्होंने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना. इस बीच प्रियंका गांधी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए उनकी मां सोनिया गांधी, भाई राहुल गांधी, रेहान वाड्रा और प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा के बेटे-बेटी मिराया वाड्रा भी संसद पहुंचे.
वायनाड लोकसभा सीट पर जीत
प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के सत्यन मोकेरी को हराकर वायनाड लोकसभा सीट 4,10,931 वोटों के अंतर से हासिल की. कांग्रेस के गढ़ वायनाड में प्रियंका गांधी, भाजपा की नव्या हरिदास और सीपीआई के सत्यन मोकेरी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखा गया. बता दें कि वायनाड सीट उनके भाई राहुल गांधी के छोड़ने से खाली हुई थी, राहुल पहले वायनाड का प्रतिनिधित्व करते थे लेकिन इस साल के लोकसभा चुनाव में दोनों सीटों से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उत्तर प्रदेश के रायबरेली सीट को उन्होंने चुना.