Priyanka Chaturvedi on arvind kejriwal to fight delhi assembly election alone
Delhi Assembly Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब कुछ हफ्तों का वक्त बचा है. इससे पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी. इस पूरे मामले पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. प्रियंका ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अगर टीएमसी अकेले चुनाव लड़ सकती है तो दिल्ली में अरविंद केजरीवाल भी चुनाव लड़ सकते हैं. केजरीवाल को यह लगता है कि दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने के लिए सक्षम हैं और सरकार बना सकते हैं तो उनका निर्णय सभी को स्वीकार होगा.
राज्यसभा सांसद ने कहा है कि इंडिया ब्लॉक एकजुट हुआ है. हमारी विचारधारा अलग-अलग हो सकती हैं. लेकिन हमारी सोच देशहित में है. हमारी सोच है कि संविधान को कैसे बचाना है. किसी के साथ गलत हुआ है तो उसे इंसाफ दिलाना है. ईवीएम को लेकर शरद पवार के यहां इंडिया ब्लॉक के नेताओं की मुलाकात पर प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बिल्कुल जाना जरूरी है.
उद्धव ठाकरे के करीबी नेताओं में शुमार प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हमारी अपेक्षा चुनाव आयोग से यह थी कि जनता के मन में जो भी सवाल या शंका है, उसका समाधान किया जाए. अगर जनता को लगता है कि उसका वोट जहां उसने वोट किया था, वहां नहीं गया है, तो यह चर्चा का विषय बन जाता है. ऐसी चिंताओं का जवाब देना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है, लेकिन चुनाव आयोग जवाब देने से बच रहा है. चुनाव आयोग से हमारी बहुत अपेक्षाएं थी. लेकिन वह विफल रही है.
महाराष्ट्र में एक गांव बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रहा है. वहां धारा 144 लागू कर दी जाती है. गांव के लोग मॉक पोल करना चाहते थे. लेकिन उन्हें नहीं करने दिया गया. मैं कहना चाहती हूं कि ईवीएम को लेकर जनता के मन में जो अविश्वास है, जनता के मन में जो भावना है, वह खत्म करना जरूरी है. हमें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से चुनाव आयोग जवाब देगा.
बेंगलुरु में इंजीनियर की आत्महत्या के मामले में प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. मैंने खुद वीडियो देखा, जिसमें उसने बताया कि कैसे उसे प्रताड़ित किया गया, कैसे उसे अदालत से न्याय नहीं मिला और कैसे उसे उसके बच्चे से दूर रखा गया. यह वाकई दुखद है. हमारी न्याय व्यवस्था को कभी भी किसी को ऐसा निर्णय लेने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए. हम यही उम्मीद करते हैं.
शिवसेना नेता ने कहा कि मैं खुद प्रखर रूप से महिलाओं की आवाज उठाती हूं. लेकिन अगर किसी पुरुष के साथ भी नाइंसाफी होती है तो मैं डटकर लड़ाई लड़ूंगी. मैं मृतक के परिजनों से कहना चाहती हूं कि हम सब उनकी लड़ाई में उनके साथ हैं.
इंडिया एलायंस के नेतृत्व पर उठ रहे सवाल पर प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि कोई सवाल नहीं उठाया जा रहा है, यह सिर्फ चर्चा का विषय है. कोई सवालिया निशान नहीं है. पूछा जा रहा सवाल यह है कि क्या ऐसा निर्णय लिया जा सकता है. मेरा मानना है कि इंडिया एलायंस इतना मजबूत और सक्षम है, जिसमें इतने सारे नेता हैं जो एलायंस और देश का नेतृत्व कर सकते हैं. इंडिया ब्लॉक में प्रजातंत्र है. जो भी निर्णय होगा इंडिया एलायंस की मीटिंग में होगा.
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