Priyank Kharge Targets over BJP serious allegations on contractor suicide | ठेकेदार के सुसाइड पर बीजेपी ने लगाए गंभीर आरोप, प्रियांक खरगे बोले
Sachin Panchal Suicide Case: कर्नाटक में ठेकेदार सचिन पंचाल की आत्महत्या के मामले ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है. राज्य के मंत्री और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में भाजपा के लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कहा कि वह मामले की निष्पक्ष जांच के पक्ष में हैं और सुसाइड नोट की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, ताकि सच्चाई सामने आ सके.
दरअसल, ठेकेदार सचिन पंचाल ने आत्महत्या की और इस घटना के बाद एक 8-पन्नों का सुसाइड नोट बरामद हुआ. नोट में दावा किया गया है कि पंचाल को राजू कपनूर नाम के शख्स से धमकियां मिल रही थीं. वहीं, भाजपा का आरोप है कि राजू कपनूर, प्रियांक खरगे का करीबी सहयोगी है. इसमें एक भाजपा विधायक की हत्या की साजिश का भी जिक्र है.
प्रियांक का भाजपा पर निशाना
प्रियांक खरगे ने कहा, “मुझे लगता है कि यह भ्रम है, इस तरह की चीजें कर्नाटक में नहीं होती हैं. यह यूपी बिहार या भाजपा शासित राज्य नहीं है.एफएसएल रिपोर्ट आने दीजिए सब साफ हो जाएगा.उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस घटना का राजनीतिकरण कर रही है और बिना सबूत आरोप लगा रही है.
‘आरोपियों में से एक कांग्रेस पार्षद का भाई’
राजू कपनूर से संबंध को लेकर उन्होंने कहा, “नोट में आठ लोगों के नाम हैं, जिनमें से कुछ मेरी पार्टी के हैं, हमने इससे इनकार नहीं किया है. मैंने कहा है कि आरोपियों में से एक कांग्रेस पार्षद का भाई है, भाजपा के विपरीत हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है, जो कुछ हुआ है, उसके बारे में हम बहुत स्पष्ट हैं, मैंने स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है.”
हिट-एंड-रन राजनीति कर रही भाजपा
इंटरव्यू में यह पूछे जाने पर कि क्या वह ठेकेदार को जानते हैं, उन्होंने इस बात से साफ इनकार किया. उन्होंने सवाल किया कि क्या बीजेपी, उनके सरकार या उनके खिलाफ सबूत पेश करने में सक्षम है?.वे हिट-एंड-रन राजनीति कर रहे हैं. खरगे ने आगे कहा कि मैं भाजपा को मेरे या सरकार के खिलाफ कुछ भी साबित करने की चुनौती देता हूं.
खरगे ने कहा कि बीजेपी के पिछले कार्यकाल में कई ठेकेदारों ने आत्महत्या की थी. उन्होंने कहा, “भाजपा जो चाहे कर सकती है, सभी जानते हैं कि उन्होंने क्या किया और उनके कार्यकाल में कितने ठेकेदारों ने आत्महत्या की,”
भाजपा का रुख
भाजपा ने इस मामले पर कांग्रेस सरकार को घेरने में लगी है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के करीबी लोगों की धमकियों के कारण यह घटना हुई. भाजपा ने मामले की उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है और इसे कानून-व्यवस्था की विफलता बताया है. वहीं, पुलिस ने ठेकेदार द्वारा छोड़े गए नोट को जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भेजा है.पुलिस के अनुसार, आत्महत्या के हर पहलुओं की जांच की जा रही है.